Bismay Alankar
Hazaribagh: झारखंड राज्य में कुल 6 उपनिदेशक खान कार्यालय हैं. 6 कार्यालयों में से दो कार्यालय, जिनमें हजारीबाग और दुमका का कार्यालय हैं. इसके कर्मियों को महीनों से वेतन नहीं मिला है. वह भी महज इसलिए क्योंकि इन दोनों कार्यालयों के उपनिदेशक का पदभार किसी कारण से खाली पड़ा है. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी किसी को प्रभार नहीं दिया गया है.
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केवल प्रभार दे देने से मिल सकता है वेतन
नाम ना छापने की शर्त पर एक कर्मी ने बताया कि किसी पदाधिकारी को पद का कार्यभार दे देने से मेरे जैसे कई कर्मियों को वेतन मिल जाएगा. साथ ही बताया कि हजारीबाग में 9 महीने से कर्मी वेतन की आस देख रहे हैं, वहीं दुमका में कर्मी 6 महीने से वेतन मिलने की उम्मीद में बैठे हैं. ऐसे में दोनों कार्यालयों में उपनिदेशकों के आ जाने से कर्मियों को वेतन मिल जाएगा. दोनों कार्यालय के कुल 10 कर्मियों का वेतन हजारीबाग में 9 महीने से और दुमका में 6 महीने से बंद है.
बता दें कि दुमका में उत्तम कुमार ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद वहां उस पद के लिए किसी को प्रभार अभी तक नहीं दिया गया है अब वहां 6 माह से पदाधिकारी के अभाव में वेतन बनाने वाला कोई नहीं है. दुमका में 6 महीने से कर्मियों का वेतन बंद है. वहीं दूसरी तरफ हजारीबाग पदाधिकारी गोपाल कुमार दास जिन्हें अतिरिक्त प्रभार उपनिदेशक खान का मिला था. उनका भी तबादला चतरा हो गया और अभी तक यहां के तत्कालीन जिला खनन पदाधिकारी को उपनिदेशक खान का प्रभार नहीं दिया गया है.जिससे वेतन नहीं मिल पा रहा है.
पर्व तो बीत गये अब नया साल भी मायूसी में बीतेगा
उपरोक्त दोनों जिलों में जिला खनन पदाधिकारी को अतिरिक्त प्रभार ही दे दिया जाए, या उपनिदेशक के रिक्त पद को भर दिया जाये, तब यहां के कर्मियों को वेतन मिल सकता है. इस विभाग के सचिव अबू बकर सिद्धकी हैं. वेतन को लेकर यहां के कर्मी कई बार सूचना भी दे चुके हैं. लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्यवाई नहीं हुआ है. बिना वेतन के सारे त्योहार गुजारने वाले कर्मी इस बात से दुखी हैं कि नया साल भी उनका बिना वेतन के ही गुजरेगा.
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