- क्या हाथियों के लिए उपयुक्त नहीं रहे क्षेत्र के जंगल या सुविधाओं का है अभाव.
Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल का दलमा पहाड़ वन्य जीवों का आश्रयणी स्थल है. दलमा पहाड़ मुख्य रूप से हाथियों के अभयारण्य के रूप में विख्यात है. लेकिन कुछ वर्षों से जंगली हाथियों का झुंड दलमा के बाहर आबादी वाले क्षेत्र में रहना अधिक पसंद कर रहे हैं. दलमा पहुंचने वाले सैलानी जंगल में हाथी नहीं देख पाने से मायूस हो रहे हैं. फिलहाल चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के सिरुम और आसपास के क्षेत्र में 19 की संख्या में हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है. यह झुंड कभी-कभी अलग-अलग होकर भी गांवों फसल आदि को अपना निवाला बनाने के लिए घुस रहे हैं. इस क्षेत्र में एक अकेला दंतैल हाथी भी घुम रहा है. वहीं ईचागढ़ से सटे तमाड़, सोनाहातु, सिल्ली आदि क्षेत्र में भी 40-42 की संख्या में हाथियों का झुंड घुम रहा है. जंगली हाथियों के झुंड के आबादी वाले क्षेत्र में रहने के कारण लोग दहशत की जिंदगी जीने पर विवश हैं.
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चार वर्षों से वापस नहीं लौटे सारंडा से आए हाथी
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र समेत तमाड़, सोनाहातु व सिल्ली क्षेत्र में विचरण कर रहा हाथियों का झुंड चार साल पहले सारंडा जंगल से पहुंचा था. इस झुंड में 40 से 42 की संख्या में हाथी है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं. पहले प्रतिवर्ष हाथियों का झुंड क्षेत्र में आकर वापस चले जाते थे, लेकिन पिछले चार वर्षों से हाथियों का झुंड वापस सारंडा नहीं लौटा है. यह झुंड दलमा अभयारण्य की ओर भी नहीं जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल में सीमावर्ती जंगली क्षेत्रों में इलेक्ट्रीक वायर फेंसिंग का काम किया गया है. जिसके कारण हाथियों का झुंड पश्चिम बंगाल की ओर भी नहीं जा पा रहा है. हाथी भगाओं दस्ता के अनुसार सिरुम के आसपास विचरण करने वाले हाथियों को कई बार वापस दलमा की ओर पहुंचाने की कोशिश किया गया, लेकिन हाथियों का झुंड उस ओर जा ही नहीं रहे हैं.
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दलमा में है 60-62 की संख्या में हाथी : रेंजर
दलमा वन क्षेत्र के रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि दलमा के तराई वाले क्षेत्र में 60 से 62 की संख्या में हाथियों का झुंड है. जंगल में हाथियों के दिखाई नहीं देने पर उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी हाथियों का झुंड ऊपरी क्षेत्र की ओर पहुंचने लगेंगे. उन्होंने कहा कि 195 वर्ग किलोमीटर में फैले दलमा में हाथियों को एक स्थान पर देख पाना मुश्किल है. विशाल वन क्षेत्र में हाथियों का झुंड एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर जाते रहते हैं. वहीं दूसरी ओर दलमा की तराई में रहने वाले ग्रामीण बताते हैं कि दलमा में सुविधाएं नहीं मिलने के कारण हाथी जंगल छोड़कर आबादी वाले क्षेत्रों की ओर रूख कर रहे हैं. पेड़ों की अंधाधूंध कटाई और रहने के अनुकुल सुविधाएं नहीं मिलने के कारण दलमा में वन्य जीवों की संख्या लगातार घटती जा रही है.
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घाटशिला : भाजपा नेत्री देवयानी मुर्मू ने उल्दा गांव में 100 कंबल बांटे
Ghatshila (Rajesh Chowbey) : जिला परिषद सदस्य सह भाजपा नेत्री देवयानी मुर्मू ने शनिवार को उल्दा गांव में 100 जरुरतमन्दों के बीच कंबल का वितरण किया. मौके पर श्रीमती मुर्मू ने कहा कि इस बार ठंड से निजात दिलाने के लिए पूर्व तैयारी की गई है. ग्रामीणों की मांग पर कम्बल उपलब्ध कराया गया है. हर गांव हर टोला में जरूरतमंदों के बीच कम्बल का वितरण किया जायेगा.
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उन्होंने कहा कि सेवा का कोई दायरा नही होता है. मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है. सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना सर्वोपरि है. इस अवसर पर मुखिया लालमोहन सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता रोहित हांसदा, दशरथ हांसदा, शरत चंद्र हांसदा, बीरसिंह टुडू, कुंवर हेम्ब्रम, रानी हांसदा, रीना पात्रो, शकुन्तला हांसदा समेत अनेक लोग उपस्थित थे.
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आदित्यपुर : 4 को छह प्रखंड व तीन नगर निकाय क्षेत्र में लगेंगे शिविर
- सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभ हेतु आवेदन करें- डीसी
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत आगामी 04 दिसंबर 2023 दिन सोमवार को जिले के पांच प्रखंड के पांच पंचायत तथा 03 नगर निकाय क्षेत्र के चार वार्ड में पंचायत स्तरीय शिविर का आयोजन किया जाएगा. उक्त शिविर में विभिन्न विभागों के स्टाल लगाकर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी तथा योग्य लाभुकों के आवेदन प्राप्त किए जाएंगे. इसके अतिरिक्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न योजनाओं के तहत चयनित लाभकों के बीच परीसंपत्तियों का वितरण किया जाएगा.
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इस संबंध में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला ने समस्त जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि ”आपकी योजना, आपकी सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत जिले के सभी पंचायत में निर्धारित तिथि के तहत पंचायत स्तरीय शिविर में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त करें तथा योग्यतनुसार योजनाओं के लाभ हेतु आवेदन करें. साथ ही अपने आस-पास के लोगो को भी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के तहत लाभ लेने हेतु प्रेरित करें.
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इन पंचायत/वार्डों में लगेंगे पंचायत स्तरीय शिविर
सरायकेला- मुड़कुम
कुचाई- तिलोपदा
राजनगर- गेंगेरुली
गम्हरिया- नुवाग
चांडिल- भादुडीह
नीमडीह- गौरडीह
नगर पंचायत सरायकेला- वार्ड संख्या-03
नगर निगम आदित्यपुर- वार्ड संख्या 13, 14
नगर परिषद कपाली- संख्या – 06 में
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किरीबुरु : ग्रामीणों को सहायता व सुरक्षा देना उद्देश्य : कमांडेंट
- सीआरपीएफ की इक्को-26 बटालियन ने सारंडा के जरुरतमंदों को लाभान्वित किया
Kiriburu (Shailesh Singh) : नक्सल प्रभावित सारंडा के मुर्गापाड़ा, किरीबुरु में तैनात सीआरपीएफ की इक्को-26 बटालियन ने 2 दिसम्बर को सारंडा के सुदूरवर्ती गांव बंकर हाटिंग स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत ग्रामीणों एवं स्कूली बच्चों के बीच समानों व खेल सामग्रियों का वितरण किया. यह वितरण कार्यक्रम कमांडेंट राजीव रंजन के नेतृत्व में कंपनी कमांडर सह सहायक कमांडेंट शिबु मल्लिक एवं सहायक कमांडेंट एन. बाला मुर्गन द्वारा किया गया. उक्त समारोह में किरीबुरु थाना प्रभारी फिलमोन लकड़ा भी उपस्थित थे.
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समारोह में कमांडेंट राजीव रंजन ने कहा कि सीआरपीएफ सारंडा के तमाम ग्रामीणों के दुख-सुख के साथ सदैव खड़ी है. हमारा काम सरकार की विकास योजनाओं को सारंडा के सुदूरवर्ती गांवों में रहने वाले अत्यंत गरीब आदिवासियों व अन्य ग्रामीणों तक सरकारी सहायता को पहुंचाना और सुरक्षा देना है. हमें आप तमाम ग्रामीणों के साथ अच्छा संबंध बनाए रखना है. हम यह कार्य निरंतर कर रहे हैं. यही कारण है कि ग्रामीणों का विश्वास सीआरपीएफ के प्रति निरंतर बढ़ते जा रहा है. नक्सली सारंडा के गांवों का विकास होने देना नहीं चाहते हैं, लेकिन आप विकास हेतु आगे आयें और हमारे साथ कदम से कदम मिलाकर चलें. आपको किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो तो हमें बतायें. हम सीआरपीएफ के जवान आपकी सुरक्षा व क्षेत्र में शांति स्थापित करने के उद्देश्य से हैं. हम आपके सबसे बेहतर मित्र व शुभचिंतक हैं.
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इस कार्यक्रम में किरीबुर पश्चिम, मेघाहातुबुरु उत्तरी एवं दक्षिणी पंचायत के विभिन्न गाँव व टोलों के गरीबों व जरुरतमंदों को साईकल, सोलर लाइट, टीना सीट, मच्छरदानी तथा गाँव के बच्चों और युवाओं को फुटबॉल, वौलीबॉल एवं वॉलीबॉल नेट तथा क्रिकेट सेट आदि समान वितरण किया गया. इस दौरान किरीबुरु पश्चिम की मुखिया पार्वती किडो, मेघाहातुबुरु उत्तरी की मुखिया लिपी मुंडा, मेघाहातुबुरु दक्षिणी की मुखिया प्रफुल्लीत ग्लोरिया तोपनो, उप मुखिया सुमन मुंडू, पंचायत सेवक ज्योतिष लागुरी, कुमुद हेम्ब्रम तथा सीआपीएफ के उप. निरीक्षक कृष्ण राम शकिया, सतीश कुमार, सुबोध चन्द्र दास, एएसआई श्यामल सिन्हा, कवि चन्द्र प्रधान, हवलदार अंशु लकड़ा, सूरज कमल गारु, कांस्टेबल सत्येंद्र कुमार पाटिल, सुखप्रीत सिंह आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे.