Lucknow : यूपी से एक बड़ी खबर आयी है. खबर यह कि लखीमपुर हिंसा केस में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को हाई कोर्ट से जमानत मिल गयी है. बता दें कि इस मामले में सुनवाई पहले ही पूरी हो चुकी थी. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने आशीष मिश्रा को जमानत दी है. उम्मीद है कि आशीष मिश्रा कल शुक्रवार तक जेल से बाहर आ सकते हैं.
जानकारी के अनुसार लखीमपुर हिंसा केस में उत्तर प्रदेश एसआईटी ने ने हाल ही में चार्जशीट दाखिल की थी. SIT ने अपनी 5000 पन्ने की चार्जशीट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी करार दिया था. एसआईटी ने यह भी माना था कि आशीष घटनास्थल पर ही मौजूद था.
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एसआईटी ने आशीष मिश्रा के असलहों से फायरिंग की पुष्टि की थी
एसआईटी ने अपनी जांच में लखीमपुर हिंसा में आशीष मिश्रा के असलहों से फायरिंग की पुष्टि की थी. कहा गया कि आशीष मिश्रा की रिवाल्वर और राइफल से भी फायरिंग हुई. एसआईटी ने चार्जशीट में आशीष मिश्रा और अंकित दास के लाइसेंसी असलहा से फायरिंग होने की बात कही है. हालांकि आशीष मिश्रा ने कहा था 1 साल से उनके असलहों से कोई फायर ही नहीं किया गया. पुलिस ने बैलेस्टिक रिपोर्ट के आधार पर फायरिंग की पुष्टि की थी.
तीन अक्टूबर 2021 को लखीमपुर के तिकुनिया में हिंसा में 8 लोग मारे गये थे. आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने अपनी जीप से किसानों को कुचल दिया. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने आशीष के ड्राइवर समेत चार लोगों की हत्या कर दी थी.
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चुनाव पर क्या पड़ सकता है जमानत का असर!
बता दें कि विपक्ष लखीमपुर हिंसा को लेकर लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हल्ला बोलते रहा है. विपक्ष केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को भी कैबिनेट से हटाने की मांग करता रहा है. अब चुनाव के बीच में आशीष मिश्रा को जमानत मिली है. जानकारों का कहना है कि देखना होगा कि विपक्ष अब इस मुद्दे को किस तरह भुनाता है.