- चालक ने स्क्रैप माफियाओं की पोल खोली
Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की मेघाहातुबुरु खदान से 24 अक्टूबर की रात 289 पीस रोलर चोरी की घटना में शामिल फरार कैम्फर वाहन चालक हरसिंह सरदार (23 वर्ष) को किरीबुरु थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है. वह जगन्नाथपुर थाना के कोदोरकोड़ा गांव के राउतु सरदार का बेटा है. घटना वाली रात सीआईएसएफ व पुलिस के जवानों ने जंगल में एम्बुस लगाकर रोलर लदे दो कैम्फर वाहनों को जब्त किया था. इस दौरान वाहन चालक व अन्य चोर जंगल का लाभ उठाकर भाग गये थे. सीआईएसएफ ने घटनास्थल स्थल से दो कैम्फर में लदा मेघाहातुबुरु खदान का चोरी किया हुआ 289 पीस रोलर, एक ड्राइविंग लाइसेंस व एक मोबाइल फोन बरामद किया था.
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रोलर चोरी की घटना में शामिल गिरफ्तार एक कैम्फर के चालक हरसिंह सरदार ने बताया कि वह बड़ाजामदा के हीराकुंड निवासी स्क्रैप माफिया रामजन का कैम्फर चालक है. चोरी की घटना में शामिल दूसरा कैम्फर बड़ाजामदा के चर्चित स्क्रैप कारोबारी दीपू सिंह का था. घटना के दिन दीपू सिंह के आदेशानुसार वे दोनों कैम्फर लेकर रांगरिंग क्षेत्र में चोरी का रोलर लेने गये थे. वहां पुलिस की रेड के बाद वाहन छोड़ भाग गये थे. इस घटना के दो दिन पहले भी उसी क्षेत्र से दो कैम्फर में भरकर चोरी का रोलर लेकर दीपू सिंह का बड़ाजामदा के फुटबॉल मैदान क्षेत्र में स्थित स्क्रैप यार्ड में गिराये थे.
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दीपू सिंह दो बार खुद मोटरसाइकिल से मेघाहातुबुरु खदान क्षेत्र से होने वाली चोरी स्थल पर गया था. उसने बताया कि उससे पूर्व दीपू सिंह के आदेशानुसार मुख्य सड़क के किनारे लगे लोहे का गार्डवाल व एंगल आदि की चोरी कर उनके स्क्रैप यार्ड में पहुंचाया था. हरसिंह सरदार ने बताया कि उसे रामजन हर माह 7 हजार रुपये बतौर चालक वेतन देता है. लेकिन जिस दिन रात में स्क्रैप चोरी का सामान लाता है उस दिन दीपू सिंह उसे 700 रुपये देता है. क्षेत्र में संचालित स्क्रैप चोरी मामले में बड़ाजामदा क्षेत्र से दीपू सिंह, रामजन, रामचन्द्र, कृष्णा, मोनो, केतरा, नटरु आदि लोग शामिल हैं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
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भ्रष्टाचार से बनी गार्डवाल टूटी, पुलिया में सरिया भी घटिया
Kiriburu (Shailesh Singh) : सारंडा के घोर नक्सल प्रभावित हतनाबुरु से उसरुईया के बीच निर्माणाधीन पुलिया में भारी भ्रष्टाचार किये जाने की शिकायत आसपास के ग्रामीणों द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावे इसी मार्ग पर सड़क किनारे डेढ़ माह पूर्व भारी भ्रष्टाचार की बुनियाद पर खडा़ किया गया गार्डवाल धारासायी हो गया. ग्रामीणों ने बताया की उक्त दोनों कार्य राँची के एक ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है. पुलिया में मानक के अनुसार जितना मोटा सरिया (छड़) लगना चाहिए वह नहीं लगाया जा रहा है. इससे जल्द हीं यह छोटा पुलिया भारी वाहनों के गुजरने के दौरान धारासायी हो सकता है.
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जहां तक गार्डवाल का सवाल है तो इसमें जंगल व नदी का पत्थरों का इस्तेमाल अवैध तरीके से किया गया. सिमेंट-बालू का मिश्रण भी खराब दिया गया. नदी का जो चिकना पत्थर इसमें इस्तेमाल हुआ है उस पत्थर को सिमेंट-बालू का मिश्रण पकड़ हीं नहीं सकता है. यहीं वजह से यह गार्डवाल गिरा है.
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उल्लेखनीय है कि सारंडा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों से बाहरी ठेकेदारों द्वारा करोड़ों रुपये की पुल-पुलिया, सड़क, गार्डवाल आदि विकास योजनाओं का काम लेने की होड़ मची हुई है. इसका मुख्य वजह यहाँ मानक के बिल्कुल विपरीत व आधा काम कर भारी भ्रष्टाचार करना है. उनकी कामों की जाँच कोई पदाधिकारी या जन नेता नक्सलियों के भय से करने नहीं जाते हैं. ये ठेकेदार कुछ तेज-तर्रार व दबंग प्रवृत्ति के लोगों को मामूली पैसे का प्रलोभन देकर अपने साथ मिला लेते हैं एवं जमकर भ्रष्टाचार करते हैं. ऐसे ठेकेदारों द्वारा बनायी जाने वाली सड़क एक वर्ष भी टिक नहीं पाती है.
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चाईबासा : 15 लाभुक के बीच सरसों और चना का बीज बांटा
Chaibasa (Ramendre Kumar Sinha) : झींकपानी प्रखंड स्थित कि कृषि सभागार में प्रखंड के चयनित 15 कृषकों के बीच सरसों तथा चना के बीजों का वितरण किया गया. इनमें 10 लाभार्थियों को सरसों का बीज तथा 5 लाभार्थियों को चना का भी दिया गया. इसे लेकर झीकपानी प्रखंड कृषि सभागार में रवी खरीफ कर्मशाला आयोजित की गई .इस कर्म शाला की अध्यक्षता झीक पानी से प्रखंड जिला परिषद सदस्य जॉन मीरन मुंडा ने की.
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इस मौके पर प्रखंड के प्रखंड प्रमुख, प्रखंड के 20 सूत्री उपाध्यक्ष, उप प्रमुख, सांसद प्रतिनिधि तथा प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे. इस मौके पर उपस्थित कृषकों को खरीफ रवी कर्मशाला पर अध्तयन जानकारी दी गई. कृषकों को झारखंड फसल राहत योजना के तहत 30 नवंबर तक धान और मकई के फसलों के हुए नुकसान को लेकर अपना अपना ऑनलाइन निबंध करने का सुझाव दिया गया. साथ ही कृषकों को पशुपालन से संबंधित भी जानकारी दी गई.