धनबाद। पिछले आठ साल से अधर में लटकी शहरी जलापूर्ति योजना के पूरी होने की उम्मीद एक बार फिर जग गई है. माना जा रहा है कि जामाडोबा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से मार्च 2022 तक 36 टावरों से जलापूर्ति शुरू हो जाएगी, जिससे दामोदरपुर, नावाडीह, कच्ची बलिहारी, साउथ बलिहारी, सियालगुदरी पिपराबेड़ा आदि गांवों के लोग लाभान्वित होंगे. 8203 घरों को पानी का कनेक्शन मिल जाएगा.
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने पानी का कनेक्शन देने के लिए अल्पकालीन निविदा निकाली है. पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता भीखराम भगत ने बताया कि घरों तक पानी का कनेक्शन पहुंचाने में 393.23 लाख रुपये खर्च होंगे. निविदा की प्रक्रिया दिसंबर में पूरी करने के बाद 3 महीने के अंदर पानी का कनेक्शन देने का काम पूरा कर लिया जाएगा.
2012-13 में शुरू हुई थी योजना
जेएनएनयूआरएम के तहत वर्ष 2012-13 में ग्रामीण इलाके में पानी का कनेक्शन देने की योजना शुरू हुई थी. श्रीराम ईपीसी कंपनी को 36 टावरों के निर्माण का काम दिया गया था. योजना की निगरानी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को दी गई थी. पहले फेज का काम दो साल पहले पूरा हो गया और जलापूर्ति शुरू कर दी गई. लेकिन दूसरे फेज में 14 टावर ही चालू हो सका, जबकि 17 टावर सूखे ही रह गए. अब दामोदर नदी के पानी को ट्रीटमेंट कर इन टावरों में पहुंचाया जाएगा.
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