Ranchi : राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए ) जांच में खुलासा हुआ है कि मगध जोन में हार्डकोर नक्सली प्रद्युम्न शर्मा भाकपा माओवादी को मजबूत करने में जुटा हुआ था. इस मामले में एनआईए ने एनआईए रांची की एक विशेष अदालत में माओवादी कैडरों की फंडिंग से जुड़े एक मामले में दो आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. एनआईए ने प्रद्युम्न शर्मा और उसके बेटे तरुण शर्मा के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. एनआईए जांच में खुलासा हुआ है कि प्रद्युम्न शर्मा समेत अन्य नक्सलियों ने मगध क्षेत्र में संगठन मज़बूत करने के ठेकेदारों से बड़े पैमाने पर लेवी वसूलने का काम किया गया और इसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से भेजा गया.
इसे भी पढ़ें – BREAKING : चतरा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, कई नक्सली को गोली लगने की सूचना
ओवर ग्राउंड वर्कर्स के साथ संपर्क करने के लिए पैसे भी जुटाये
माओवादी कैडर प्रद्युम्न शर्मा, अभिनव और अन्य लोगों के साथ मगध क्षेत्र में सीपीआई (माओवादी) संगठन को पुनर्जीवित करने की साजिश रच रहे थे. एनआईए ने कहा कि इस नापाक इरादे को आगे बढ़ाने और हथियारों,गोला, बारूद की खरीद के लिए धन जुटाने और माओवादी कैडरों को इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी) के निर्माण में प्रशिक्षण देने की साजिश रची. उन्होंने आतंकी गतिविधियों के लिए विभिन्न जेलों में कैद नक्सलियों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स के साथ संपर्क करने के लिए पैसे भी जुटाये.
इसे भी पढ़ें – उपेंद्र कुशवाहा का दावा- JDU के बड़े नेता BJP के संपर्क में, बिहार में सियासी हलचल तेज
टेरर फंडिंग की जानकारी ले रही है एनआइए
मगध व आम्रपाली कोयला परियोजना से टेरर फंडिंग के मामले की जांच कर रही एनआइए ने इससे पहले इस परियोजना से जुड़े सीसीएल के अधिकारियों, ट्रांसपोर्टरों व तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी के उग्रवादियों के खिलाफ कार्रवाई की है. इसी छानबीन के क्रम में ही एनआइए को यह भी जानकारी मिली कि टेरर फंडिंग का पैसा प्रद्युम्न शर्मा व उसके सहयोगियों तक पहुंचती थी. टेरर फंडिंग से उसने खूब संपत्ति बनायी है.अब एनआइए प्रद्युम्न शर्मा की उन्ही सभी संपत्तियों की जानकारी ले रही है. पूर्व में एनआइए की टीम ने प्रद्युम्न शर्मा व उसके सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी, जिसमें लेवी-रंगदारी से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे.
कुख्यात नक्सली प्रद्युमन शर्मा को हजारीबाग पुलिस ने गिरफ्तार किया था
कुख्यात नक्सली प्रद्युमन शर्मा को हजारीबाग पुलिस ने पिछले साल गिरफ्तार किया था, तब से वह हजारीबाग जेल में बंद है. इस मामले में एनआइए ने 30 दिसंबर, 2021 को केस भी दर्ज किया था. प्रद्युमन शर्मा माओवादियों के संगठन में आइईडी ब्लास्ट के एक्सपर्ट के रूप में जाना जाता था. प्रद्युमन शर्मा की गिरफ्तारी के बाद बेटा तरुण इस षड्यंत्र को आगे बढ़ा रहा था. नक्सली कमांडर प्रद्युमन शर्मा उर्फ कुंदन जहानाबाद जिला के हुलासगंज थाना के रुस्तमपुर गांव का रहने वाला है. प्रद्युम्न शर्मा पर झारखंड और बिहार में 90 से अधिक मामले दर्ज हैं. अधिकतर एफआईआर तो सिर्फ व्यवसायियों रंगदारी वसूली को लेकर दर्ज है.
Subscribe
Login
0 Comments