Ranchi : बिहार और झारखंड के टॉप नक्सलियों में एक मिथिलेश मेहता उर्फ भिखारी उर्फ गेहूं से एनआईए पूछताछ कर रही है. एनआईए की पटना ब्रांच मिथिलेश मेहता को पांच दिनों की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि बीते आठ मार्च को गया जिले के आमस थाना क्षेत्र से मिथिलेश को गिरफ्तार किया गया था.
माओवादी केंद्रीय कोर कमेटी का सदस्य था
24 साल पहले मिथिलेश भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था. वर्तमान में केंद्रीय कोर कमेटी का सदस्य है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली औरंगाबाद जिले के कुटुंबा थाना क्षेत्र अंतर्गत विष्णुपुर खैरा गांव का रहने वाला है. वह इलाज कराने के लिए निकला था. इसी क्रम में उसकी गिरफ्तारी की गई थी.
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पुलिस पार्टी पर हमले में भी शामिल था
मिथिलेश मेहता अलग-अलग नाम से नक्सली कांड को अंजाम देता था. उसने बताया कि वह 1989 नक्सली संगठन में शामिल हुआ था. अब तक माओवादी संगठन के लिए काम कर रहा था. वर्ष 2004 में माओवादी की केंद्रीय कमेटी का सदस्य बना. पहली बार वर्ष 2001 में गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र में पुलिस- माओवादी मुठभेड़ में शामिल हुआ था. इस कांड में वर्ष 2007 में झारखंड पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार किया गया था.
11 वर्षों तक वह जेल में रहा
मिथिलेश मेहता 11 वर्षों तक वह जेल में रहा. अगस्त 2018 में जेल से छूटने के बाद पूरी तरह नक्सली गतिविधियों में सक्रिय हो गया. वर्ष 2019- 20 में गया के चक्र बंदा क्षेत्र में रहकर नक्सली गतिविधियों को संगठित करने का काम कर रहा था. फरवरी 2020 में जिले के बांके बाजार थाना अंतर्गत सोनदाहा गांव में सरकारी भवन में विस्फोट की वारदात को अंजाम दिया था. अप्रैल 2020 में धनगाई थाना क्षेत्र के झाझी गांव में पुलिस पार्टी पर नक्सलियों का हमला में भी वह शामिल था.
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