Ranchi: तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले में एनआईए सभी आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.रांची एनआईए की विशेष कोर्ट ने एनआईए को कांड सँख्या 01/21 से जुड़े आरोपियों की 14 दिनों की रिमांड की इजाजत दे दी है. रिमांड की अवधि 6 अप्रैल से शुरू होगी.एनआईए स्पेशल कोर्ट के न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्र की कोर्ट ने एनआईए द्वारा दायर रिमांड की याचिका को मंजूरी देते हुए एनआईए को पूछताछ की इजाजत दे दी है.
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एनआईए ब्रांच ने मार्च में कांड संख्या दर्ज किया था
बता दें कि एनआईए ब्रांच रांची ने मार्च महीने में कांड संख्या आरसी 01/ 2021 दर्ज किया था. इस मामले की जांच एनआईए के डीएसपी रैंक अधिकारी कर रहे हैं.एनआइए ने आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 353, 504, 506, 307, 427, 335, 386, 387, 120 बी 121ए और 216 के साथ आर्म्स एक्ट की धारा 25(1)(b), 26, 27 और 35. विस्फोटक अधिनियम की धारा 3 और 4. यूएपीए धारा 10, 13, 16(1), 20 और 23 इसके अलावा सीएलए की धारा 17 के तहत्ममला दर्ज किया है.
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अपराधी सुजीत सिन्हा समेत अन्य अपराधियों की भूमिका की जांच करेगी NIA
तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी और गोलीबारी के मामले में एनआईए ने अपराधी सुजीत सिन्हा समेत आठ अपराधियों की भूमिका की जांच करेगी. एनआईए जिम अपराधियों की भूमिका की जांच करेगी. उनमें सुजीत सिन्हा, प्रदीप गंझू, अमन साव, सकेंद्रे गंझू, बिहारी गंझू, प्रमोद गंझू, संतोष गंझू समेत कई अज्ञात शामिल है.
अपराधियों ने पांच वाहनों में की थी आगजनी
18 दिसंबर 2020 की देर शाम लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र में अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया था. हथियारबंद अपराधियों ने सीसीएल की तेतरियाखाड़ कोलियरी में चार ट्रक और एक बाइक को आग के हवाले कर दिया था. इसके अलावा अपराधियों के द्वारा किए गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया था. इस घटना की जिम्मेवारी अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के प्रदीप गंझू ने लिया था.
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सुजीत सिन्हा गिरोह ने ली आगजनी की जिम्मेदारी कहा, गैंग के आदेश बिना नहीं करें काम
घटना के बाद अपराधी सुजीत सिन्हा गिरोह के अपराधी प्रदीप गंझू ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि तेतरियाखाड़ कोल परियोजना के एक नंबर कांटा घर में हुई घटना की जिम्मेदारी लेता हूं. इस घटना के माध्यम से रांची,चतरा, लातेहार, पलामू, हजारीबाग और रामगढ़ के सभी कोल आउटसोर्सिंग कंपनी, ट्रांसपोर्टिंग कंपनी, रैक लोडिंग, लोकल सेल संचालक और डियो होल्डर चेतावनी देता हूं कि हमारे गैंग से बिना मैनेज किए हुए जो काम करेगा उसका आगे भी यही अंजाम होगा. खासकर आउटसोर्सिंग कंपनी के ड्राइवर वर्कर ट्रांसपोर्टिंग में लगी गाड़ियों के ड्राइवर को चेतावनी है कि जब तक गैंग के मयंक भैया और अपके मालिकों से सेटलमेंट नहीं हो जाता है. आप काम ना करें. वरना सबसे पहला शिकार आप होंगे.