London : पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में भगौड़ा हीरा व्यापारी नीरव मोदी अब भारत के जाल में फंसने जा रहा है. खबर है कि भारत में प्रत्यर्पण को लेकर अब वह ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में भी नहीं जा सकेगा. आज गुरुवार को लंदन हाईकोर्ट ने नीरव मोदी को सुप्रीम कोर्ट में अपील की राहत देने से इनकार कर दिया. जान लें कि उसके प्रत्यर्पण का आदेश भी लंदन हाईकोर्ट ने ही जारी दिया था. जिसके बाद उसने सुप्रीम कोर्ट जाने की अर्जी दी थी, जो खारिज हो गयी है.
Nirav Modi loses bid in UK Supreme Court against extradition to India
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— ANI Digital (@ani_digital) December 15, 2022
भारत भेजे जाने पर आत्महत्या किये जाने का कोई जोखिम नहीं
इससे पूर्व हाईकोर्ट की दो जजों की बेंच ने नीरव मोदी की उस अपील को ठुकरा दिया था, जिसमें नीरव मोदी ने भारत प्रत्यर्पित करने के खिलाफ अपील की थी. उसने अपनी खराब दिमागी हालत का हवाला देते हुए खुद को भारत न भेजने की गुहार लगाई थी. जानकारी के अनुसार लंदन हाईकोर्ट ने सुनवाई के क्रम में माना कि नीरव मोदी ने अपनी अपील में जिन बातों का जिक्र किया है वो सभी गैर जरूरी हैं. कोर्ट का मानना था कि उसको भारत भेजने में उसके द्वारा आत्महत्या किये जाने का कोई जोखिम नहीं है. अदालत ने नीरव मोदी का यह तर्क भी खारिज कर दिया था कि उसे भारत भेजना अन्यायपूर्ण होगा. कोर्ट ने कहा था कि उसको कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए भारत भेज दिया जाना चाहिए.
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14,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप
नीरव मोदी पर मामा मेहुल चौकसी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 14,500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है. वह जनवरी 2018 में ही देश से फरार हो गया था. अभी वो लंदन की जेल में बंद है. खबरों के अनुसार भारत लाने के बाद उसे मुंबई की आर्थर रोड जेल के बैरक नंबर-12 में रखा जायेगा.
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उसे भारतीय एजेंसियों के हवाले न किया जाये
लंदन में आराम की जिंदगी गुजार रहे नीरव मोदी ने अपने बचाव में यहां तक कहा था कि वो भारतीय कानून का सामना करने को तैयार है, लेकिन उसे भारतीय एजेंसियों के हवाले न किया जाये. जब निचली अदालत ने उसे भारत को सौंपने का फैसला किया तो उसने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. लेकिन अब हाईकोर्ट से भी निराशा मिली है.