LagatarDesk : भारत में कोरोना महामारी व्यापक रुप ले रहा है. हर दिन भारत में कोरोना के एक लाख से ज्यादा नये मरीज मिल रहे हैं. भारत में शुक्रवार को 1,45,384 नये मरीज मिले हैं. इसी बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ल्ड बैंक से कहा कि कमजोर देशों की लोन भुगतान क्षमता को ध्यान में रखते हुए संकट के दौर में किये गये उपायों को बनाये रखना जारी रखें. वित्त मंत्री ने यह भी आग्रह किया कि इन प्रयासों को और मजबूत करने की संभावनाएं तलाशने का काम करें.
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वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये की बैठक में हुई थीं शामिल
शुक्रवार को वर्ल्ड बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की विकास समिति की 103वीं बैठक थी. वित्त मंत्री ने वीडियो कन्फ्रेंसिंग के जरिये इस बैठक में हिस्सा लिया था. वित्त मंत्री ने IMF की विकास समिति की बैठक में वर्ल्ड बैंक को धन्यावाद दिया. विकासशील देशों को समय पर और सस्ते दामों में वैक्सीन उपलब्ध कराने में वर्ल्ड बैंक ने मुख्य भूमिका निभाई है. वर्ल्ड बैंक ग्रुप (डब्ल्यूबीजी) ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और वैश्विक टीका गठबंधन जैसी एजेंसियों की मदद से कई देशों की मदद की है.
वर्ल्ड बैंक ने अबतक 100 अरब डॉलर से अधिक दिया कर्ज
कोरोना महामारी के दौरान वर्ल्ड बैंक समूह ने अपनी वित्त पोषण गतिविधियों को बढ़ाया है. पहली बार वर्ल्ड बैंक द्वारा मंजूर की गयी कर्ज 100 अरब डॉलर के पार पहुंच गयी है. सीतारमण ने बैठक में कहा कि भारत ने कोरोना महामारी की रोकथाम, सामाजिक और आर्थिक प्रभाव के लिए कई उपाय किये हैं. भारत में पिछले एक साल में आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की पूरी श्रृंखला जारी की गयी है.
अबतक 27.1 लाख करोड़ जारी किये गये आत्मनिर्भर भारत पैकेज
निर्मला सीतारमण ने बैठक में कहा कि केंद्र सरकार ने अबतक 27.1 लाख करोड़ रुपये का आत्मनिर्भर भारत पैकेज की घोषणा की है. यह पैकेज भारत की कुल जीडीपी का 13 फीसदी है. राहत पैकेज गरीब और वंचित तबके को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए जारी किये गये हैं.