Nirsa : गलफरबाड़ी पुलिस व इसीएल प्रबंधन के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार 28 फरवरी को अवैध मुहानों की भराई करने के बाद से ही क्षेत्र में कोयला चोरों के बीच तनाव व्याप्त है. कोयला निकालने को लेकर कोयला दो गुटों के बीच विगत रात्रि और मंगलवार सुबह भी टकराव देखने को मिला. टकराव इस हद तक पहुंच गया कि दोनों ओर से मुहानों के समीप रखी बिचाली व बांस बल्लियों को आग के हवाले कर दिया गया. इधर पुलिस के हाथ पांव फूलते दिखे और आनन फानन में मामला को शांत कराया. आग पर भी काबू पाया गया. इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव व्याप्त है.
जानकारी के अनुसार विगत दिन कोयला चोरों के एक गुट के मुहाने की भराई कर दी गई थी, जबकि दूसरा गुट मुहाने से कोयले की निकासी कर रहा था. इसी बीच दोनों गुट आपस में भिड़ गए और धक्का मुक्की, गाली गलौज के बाद मामला आगजनी तक पहुंच गया. स्थानीय लोगों ने दबी जुबान में बताया कि यहां कभी भी खूनी संघर्ष हो सकता है. गलफरबाड़ी ओपी प्रभारी संजय उरांव से जब पूरे प्रकरण पर जानना चाहा तो साहब पत्रकारों पर ही भड़क गए और जगह व मुहाने दिखाने की बात करने लगे. आन द रिकार्ड कुछ भी कहने से इंकार कर दिया. आफ द रिकार्ड साहब ने ऐसे किसी खूनी संघर्ष से इंकार किया. कहा कि दो गुटों ने शराब के नशे में गाली गलौज की व मुहाने के बाहर रखी बिचाली को आग के हवाले कर दिया था. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया. हालांकि किसी का मामला गलफरबाड़ी पुलिस द्वारा दर्ज नहीं किया गया है. पुलिस अंकुश नहीं लगाती है तो किसी भी दिन बड़ी घटना देखने को मिल सकती है.
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