Nirsa : चिरकुंडा प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र में पदस्थापित लिपिक राजा राम सिंह पर मृतकर्मी राजू डोम के आश्रित को नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख रुपये लेने के आरोप की जांच को ले सिविल सर्जन के आदेश पर सदर अस्पताल धनबाद के नोडल अधिकारी डॉ राज कुमार के नेतृत्व में जांच टीम गुरुवार 11 फरवरी को चिरकुंडा अस्पताल पहुंची. टीम ने मृतकर्मी की पत्नी व पुत्र से पूछताछ की. मामला वर्ष 2020 का है, जिसमें चिरकुंडा निवासी शब्बीर आलम ने 31 जनवरी 2021 को सिविल सर्जन और मुख्यमंत्री से शिकायत की है. जांच के समय शिकायतकर्ता शब्बीर आलम मौजूद नहीं थे.
आरोप है कि लिपिक राजाराम सिंह ने ग्रुप डी के पद पर कार्यरत राजू डोम की मौत के बाद उसके आश्रित को नौकरी दिलाने के लिए पांच लाख रुपये लिये हैं, जबकि जांच टीमकी पूछताछ में स्व. राजू डोम की पत्नी शकुंतला देवी व पुत्र बिरजू डोम ने कहा कि उनलोगों ने कोई पैसा नहीं दिया है. दोनों से लंबी पूछताछ की गई और कैमरे पर बयान दर्ज किया गया. दोनों ने शब्बीर आलम को पहचानने से भी इंकार कर दिया. टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ राज कुमार ने बताया कि पूछताछ की गई है. शिकायतकर्ता के नहीं रहने के कारण जांच पूरी नहीं हुई है. कहा कि मामला संदेहास्पद प्रतीत होता है. लेकिन पूरी जांच होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. टीम में डॉ जफरुल्लाह, डॉ विकास राणा, डॉ रोहित गौतम शामिल थे.
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