Nirsa : अंकुर बायोकेम कंपनी द्वारा खुदिया नदी में इंटेक वेल का निर्माण शुरू करने के विरोध में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा नदी की प्रकृति से छेड़छाड़ के विवाद के निपटारे को लेकर मंगलवार 8 फरवरी को सीओ नितिन शिवम गुप्ता के साथ अंचल कार्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता हुई. वार्ता में सहमति बनी कि जब तक पूरे मामले की जांच नहीं हो जाती, तब तक कंपनी नदी में इंटरवेल का निर्माण कार्य शुरू नहीं करे. खोदे गए गड्ढे की भराई की जाए तथा वहां से मशीनों को हटा लिया जाए. कंपनी की ओर से पीएमसी अक्षय आनंद ने कहा कि 2 दिनों के अंदर उपरोक्त कार्य संपन्न हो जाएंगे. उसके बाद पुनः वार्ता कर मामले का समाधान किया जाएगा. सहमति बनने पर वार्ता समाप्त हुई. वार्ता में निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता भी मौजूद थीं.
वार्ता में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी द्वारा नदी का स्वरूप बिगाड़ दिया गया है. पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण पेयजल की समस्या बनी हुई है. आसपास के गांव के हजारों लोग नहाने धोने एवं पेयजल के लिए इस नदी का प्रयोग वर्षों से करते आ रहे हैं. इंटेक बेल के निर्माण से ग्राउंड वाटर लेवल और भी अधिक नीचे जाने की आशंका है. प्लांट से नदी में जहरीला केमिकल प्रवाहित किया जाता है.
कंपनी के पीएमसी अक्षय आनंद ने कहा कि डीवीसी द्वारा खुदिया नदी से पानी लेने का एकरारनामा है. इसके एवज में कंपनी द्वारा डीवीसी को जलकर अदा किया जा रहा है. वाटर लेवल सही रहे, इसके लिए कंपनी जरूरत पड़ने पर चेक डैम का भी निर्माण कराएगी. प्लांट द्वारा दूषित पानी नदी में नहीं गिराया जाता है. फिर भी कंपनी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कर रही है. सभी कागजात सीओ एवं आप सभी को उपलब्ध करा दिया गया है. कंपनी ग्रामीणों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध चाहती है. इसलिए जांच तक काम बंद रहेगा.
वार्ता में बीडीओ विकास कुमार राय, भाजपा निरसा मंडल अध्यक्ष बृहस्पति पासवान ,कालियासोल मंडल अध्यक्ष गोपाल भारती , आकाश सेनगुप्ता,रामदुलार गोस्वामी, अभिजीत माजी, जितेन गोस्वामी, सजल दास, कालीपदों रवानी, राजीव सिंह, दशरथ मंडल, बिपिन बिहारी मंडल आदि मौजूद थे.
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