Nirsa : पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा पंचेत जीरो प्वाइंट में चार साल से बंद पड़ी जल मीनार को ग्रामीणों ने शनिवार 16 अप्रैल को अपने सहयोग से चालू कर दिखाया. अब दर्जन भर गांवों की 15 से 20 हजार आबादी को पानी मिलना आसान हो जाएगा. जानकारी हो कि 2008 में तत्कालीन पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री अपर्णा सेन गुप्ता ने एक लाख गैलन क्षमता वाले फिल्टर प्लांट का उदघाटन किया था. प्लांट उपभोक्ता समिति के राजस्व से संचालित होना था. परंतु राजस्व उगाही नहीं होने एवं लगातार खराबी के कारण प्लांट पूरी क्षमता के साथ नहीं चल सका. जन प्रतिनिधियों ने डीवीसी से सीएसआर के तहत प्लांट चलाने के लिए लिखा.
पीएचईडी विभाग ने रिपोर्ट सौंपी, काम नहीं हुआ
डीवीसी ने बिजली देने में सहमति जताई तो पिछले वर्ष 90 हजार में निविदा आमंत्रित कर मोटर सहित अन्य पुर्जों की मरम्मत हुई. परंतु दो दिन बाद ही वह खराब हो गया. ग्रामीणों ने जांच की मांग की. इधर पीएचईडी विभाग के सहायक अभियंता रतन खलको ने 2021 एवं 22 में भी निरीक्षण किया और रिपोर्ट विभाग को सौंपी. परंतु अनुशंसा फाइलों में ही दब कर रह गई.
समाजसेवी ने ग्रामीणों की मदद से कराई मरम्मत
इसके बाद समाज सेवी सचिन मंडल के साथ ग्रामीणों ने लगभग एक लाख रुपये खर्च कर प्लांट की मरम्मत कराई और उसे चालू कराया. अब पानी गांवों तक पहुंचने का रास्ता साफ हो गया है. हालांकि प्लांट की देखरेख करने वाले कलाम अंसारी ने फ़िल्टर बेड सहित टंकी की सफाई के लिए दो दिन का समय मांगा है. वकील सचिन मंडल का कहना है कि प्लांट ग्रामीणों के सहयोग से चालू हुआ है. यदि ऐसा ही सहयोग रहा तो नियमित जलापूर्ति संभव हो जाएगी. इस मौके पर समिति सदस्य सीमा सिंह, रंजीत सरकार, सुधांशु मंडल, नागेंद्र मंडल, बापी मंडल, सरस्वती मंडल, सरस्वती देवी, भेरूलाल, महारानी, विजी चक्रवर्ती ,उत्तम मंडल ,बंदना मंडल, नीलिमा सरकार, मनीष बाउरी ,ईश्वर दे मरांडी, अनिल मुर्मू ,विमल टूडू ,साहेब लाल टूडू, प्रकाश राय, तपन मोदी, मिथुन, जय सिंह टूडू, अब्दुल रहीम अंसारी आदि मौजूद थे.
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