- बीआईटी मेसरा का 69वां स्थापना दिवस, राज्यपाल और मुख्यमंत्री हुए शामिल
Ranchi : बीआईटी मेसरा ने शनिवार को अपना 69वां स्थापना दिवस मनाया. इस मौके पर बिड़ला सभागार में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी कार्यक्रम में पहुंचे थे. मुख्यमंत्री ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि कि जिस तरीके से नीति आयोग काम कर रहा है और जिन नीतियों के तहत काम कर रहा है, वह राज्य में डिजास्टर लाएंगे और हम बचने की स्थिति में नहीं होंगे. झारखंड दौरे पर आयी टीम को इस बात से अवगत करवाया गया है. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने टीम से सवाल किया था कि जिस तरीके से यहां प्राकृतिक संसाधन का दोहन किया जा रहा है, वह किस लेवल पर जाकर रुकेगा. आप पहाड़ को तोड़ कर कोयला निकाल रहे हैं यह बात समझ आ रही है, लेकिन धान पैदा करने वाले खेत से जिस तरीके से आप कोयला निकाल रहे हैं, क्या वहां धान फिर से पैदा होगा. ये नीतियां राज्य में डिजास्टर लाएंगी.
सिंगल विंडो सिस्टम से होगा बीआईटी की समस्या का समाधान
सीएम ने कहा कि सरकार बीआईटी मेसरा परिसर के लिए भी कार्य कर रही है. बीआईटी मेसरा की समस्या के समाधान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का इंतजाम किया जाएगा. अपने बीआईटी के छात्र जीवन को याद करते हुए सीएम ने कहा कि एक ऐसा वक्त था, जब यहां आसपास जंगल हुआ करता था. बीआईटी मेसरा अपने आप में एक शहर था, लेकिन अब हालात बदल गए हैं. अब तो यहां रेलवे स्टेशन भी बन गया है. जब वे पढ़ते थे, तो इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा नहीं था, अब काफी बदलाव आ गया है, जिसे देखकर खुशी होती है. सीएम ने कहा कि लगातार हालात बदल रहे हैं और प्रकृति उस बदलाव के तहत काम भी कर रही है. रांची में बड़े-बड़े तालाब हैं, लेकिन उनके हालात दिन ब दिन बदलते जा रहे हैं. अगर इसे नहीं सुधारा गया, तो आने वाले दिनों में स्थिति काफी खराब होगी.
देश के शीर्ष संस्थान होने का मानदंड स्थापित करेगा बीआईटी- राज्यपाल
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने शिक्षा के क्षेत्र में बिड़ला परिवार की अहम भूमिका की सराहना की. कहा कि भारत के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों नालंदा और तक्षशिला ने कीर्तिमान स्थापित किया था. उन्हें उम्मीद है कि एक दिन बीआईटी मेसरा भी देश के शीर्ष संस्थानों में से एक होने का मानदंड स्थापित करेगा. उन्होंने कहा कि बिड़ला परिवार ने भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इस प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना करके भारत के युवाओं के लिए उनके दृष्टिकोण को वास्तविकता में बदलने के लिए बीआईटी ने काफी सराहनीय काम किया है.
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