Ranchi : राजधानी को स्वच्छ और पर्यावरण हितैषी बनाने की दिशा में 13 मार्च यानी शनिवार से ‘नो कार डे‘ अभियान की शुरुआत हो रही है. इस दौरान लोगों से अपील की गई है कि वे जरूरत हो, तो ही कार का इस्तेमाल करें, अन्यथा ज्यादा से ज्यादा वे साइकिल का उपयोग करें. नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि यह कोई योजना नहीं है, बल्कि जनभागीदारी पर आधारित एक अभियान की शुरुआत है.
कहा कि शनिवार का दिन एक सांकेतिक दिन है. ऐसे में लोगों से उनकी अपील है कि राजधानीवासी बढ़-चढ़ कर इस अभियान का हिस्सा बनें. बहुत जरूरी हो, तो ही वे कार का उपयोग करें. हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि कार के उपयोग पर कोई पाबंदी नहीं है. निगम का उद्देश्य केवल इतना है कि रांची में शनिवार का दिन “कम हॉर्न वाले दिवस” के रूप में मनाया जाए.
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पर्यावरण और बढ़ती ट्रैफिक समस्या रखा गया है ध्यान
निगम कार्यालय में मीडियाकर्मियों से बातचीत में नगर आयुक्त ने बताया कि अभियान के पीछे का केवल स्वास्थ्य कारण ही नहीं है, बल्कि पर्यावरण, बढ़ती ट्रैफिक समस्या को ध्यान रखा गया है. अभियान अगर सफल होता है, तो अगले 20 सालों में आप देखेंगे कि रांची शहर जो कभी ग्रीष्मकालीन राजधानी कहलाता था, वह दोबारा से जाना जाएगा. साथ ही लोगों के जेब खर्च में कुछ राहत भी मिलेगी.
सीएम, स्थानीय सांसद-विधायक सहित संपादकों को भेजा पत्र
मुख्यमंत्री या किसी विशिष्ट व्यक्ति द्वारा अभियान की शुरूआत करने के सवाल पर नगर आयुक्त ने कहा कि निगम ने स्थानीय विधायक, सांसद सहित सहित मुख्यमंत्री के आप्त सचिव व संपादकों को भी अभियान का हिस्सा बनने के लिए पत्र लिखा है. हालांकि अभी अभी तय नहीं हो पाया है कि कार्यक्रम की शुरूआत में कौन आएगें.
चार्टर्ड साइकिल के रेट में कटौती की हो सकती है घोषणा
नगर आयुक्त ने बताया है कि अभियान की शुरुआत के साथ ही राजधानीवासियों के लिए निगम कुछ अच्छी घोषणाएं भी करने जा रहा है. माना जा रहा है कि शहर में चल रहे पब्लिक साइकिल शेयरिंग सिस्टम (चार्टर्ड साइकिल) के रेट में निगम कुछ कटौती कर सकता है.
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