Ranchi : सदर अस्पताल में पानी की भारी किल्लत के कारण दर्जनों गर्भवती महिलाएं बगैर प्रसव कराये ही लौटा दिये गये या उन्हें दूसरे अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. 540 बेड वाले इस अस्पताल में सुबह से पानी की समस्या बनी हुई है. ऐसे में मरीज बूंद-बूंद पानी के लिए भटकते रहे. हालांकि रांची नगर निगम द्वारा टैंकर से पानी की आपूर्ति करने की कोशिश जरूर की गयी, लेकिन इस व्यवस्था से यहां भर्ती मरीजों को कोई फायदा नहीं हुआ.
केस स्टडी एक
प्रसव पीड़ा से कराहती हुई महिला जेबा खातून अपने परिवार के सदस्यों के कंधे के सहारे सदर अस्पताल के गेट से बाहर निकलती है. पूछने पर कहती है कि अस्पताल में पानी नहीं है. जिस कारण उन्हें यहां से रेफर कर दिया गया. जेबा का यह तीसरा बच्चा है. जो उसके गर्भ में पल रहा है और उसी के प्रसव के लिए वो सदर अस्पताल पहुंची थी.
केस स्टडी दो
लोधमा की रहने वाली फरीदा खातून ने कहा 14 जनवरी की रात में प्रसव पीड़ा के बाद सदर अस्पताल में भर्ती हुई थी, लेकिन शनिवार को अस्पताल में पानी नहीं होने की बात कहते हुए नर्स ने छुट्टी दे दी.
केस स्टडी तीन
रातू के चटकपुर से आयी गर्भवती महिला अंजली की सास मीना ने कहा कि बहू को पहला बच्चा होना है. उसे लेकर कल रात में ही सदर अस्पताल आये हैं, लेकिन यहां पानी नहीं होने की बात कहते हुए अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है.
समरसेबल पंप का पंखा टूट जाने के कारण हुई दिक्कत
वहीं इस मामले पर रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने कहा कि शुक्रवार की रात को समरसेबल पंप की मोटर का पंखा टूट गया. जिस कारण पानी की सप्लाई में समस्या हुई है. पंप की मरम्मत का काम चल रहा है. जल्द ही पानी की व्यवस्था सुचारू हो जायेगी.
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