Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : बड़ाजामदा क्षेत्र में प्रत्येक एक सप्ताह में अज्ञात बीमारी से पांच बच्चों सहित सात लोगों की मौत होने की ग्रामीणों ने सूचना दी थी. इस बीमारी से दर्जनों लोगों के आक्रांत होने की खबर पर जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने गांव में मेडिकल टीम भेज बच्चों की हुई मृत्यु की जांच की. टीम ने ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच कर ब्लड सैंपल लिया. उपायुक्त के निर्देश पर असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर साहिर पाल के निर्देशानुसार जिला त्वरित कार्य दल का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ाजामदा अंतर्गत खास जामदा, मानकी साई, कोंटोरिया का भ्रमण किया. वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी मृतकों के घर जाकर मृत्यु का पूर्ण ब्योरा लिया. इसमें यह ज्ञात हुआ कि मृतकों का गांव अलग-अलग है. मृत्यु की तिथि में भी भिन्नता है. इसमें तीन बच्चों की मृत्यु हुई है और एक वृद्ध महिला बहुत दिनों से बीमार थी. एक आदमी अल्कोहलिक था. इनको लीवर से संबंधित बीमारी थी.
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तीन बच्चों का इलाज झोला छाप डॉक्टर ने किया
निष्कर्ष में यह पाया गया कि 3 बच्चों का इलाज स्थानीय झोला छाप डॉक्टर ने किया था. पूजा पाठ भी की गई है. साथ ही किसी भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र अथवा स्वास्थ्य कर्मी से संपर्क नहीं किया गया है, जबकि स्वास्थ्य केंद्र की दूरी 2 किमी है. टीम में डॉ हरेंद्र कुमार मुंडा, अजमत अजीम महामारी रोग विशेषज्ञ, शशि भूषण महतो वीबीडी सलाहकार, विवेक कुमार माइक्रोबायोलॉजिस्ट, एमपीडब्ल्यू, एएनएम तथा जिला परिषद सदस्य देवकी कुमारी, मुखिया गंगाराम चातोंबा, वार्ड सदस्य जानकी माई चातोंबा शामिल थे. टीम ने मेडिकल जांच शिविर लगाकर मौके पर चिकित्सकीय सेवा दी. घर-घर भ्रमण कर फीवर सर्वे किया गया एवं स्वास्थ्य जागरूकता संबंधी सलाह दी गई. बुखार पीड़ितों का रक्त सैंपल लिया गया. पीने का पानी का सैंपल संग्रह किया गया.