Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : इंटक के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में बिरसा मुंडा चौक में गुवा सेल के महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष धरती आबा बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि मनाई गई. इस अवसर पर इंटक के क्षेत्रीय सचिव एवं बाबा तिलका मांझी सचिव भूषण लाल के मार्गदर्शन में दर्जनों लोगों ने भगवान बिरसा मुंडा को माल्यार्पण कर उन्हें याद किया. इंटक उपाध्यक्ष ने कहा कि इसी दिन साल 1900 में रांची जेल में बिरसा मुंडा ने अंतिम सांस ली थी. प्रदेश में भगवान की तरह पूजे जाने वाले बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर लोग शुक्रवार को उन्हें नमन कर रहे हैं. आदिवासियों के महानायक बिरसा मुंडा ने 19वीं शताब्दी में अपने क्रांतिकारी और समाज सुधार गतिविधियों से आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदल दी थी.
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25 साल की उम्र में अपने प्राणों की दी थी आहुति
बाबा तिलका मांझी के सचिव भूषण लाल ने कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर शत-शत नमन है. इंटक के क्षेत्रीय सचिव दुच्चा टोप्पो ने कहा कि खूंटी के वीर अमर शहीद धरती आबा बिरसा मुंडा जी के शहादत दिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन. अंग्रेजों के खिलाफ उलगुलान कर मात्र 25 साल की उम्र में अपने प्राणों की आहुति देनेवाले भगवान बिरसा मुंडा के शहादत को देश सदैव याद रखेगा. इंटक के क्षेत्रीय सचिव जय सिंह नायक ने ”जल, जंगल, जमीन तथा जनजातीय अस्मिता और संस्कृति की रक्षा के लिए लड़ने वाले महान योद्धा, स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन किया. इस अवसर पर गुवा के दर्जनों युवाओं माल्यार्पण कर उन्हें याद किया.