Noamundi (Sandip Kumar Prasad) : नोवामुंडी रेलवे क्रॉसिंग के निकट रेलवे की जमीन पर अतिक्रमित कर बसे आजाद बस्ती और टाटरा हाटिंग के लोगों के लिये बुरी खबर है. क्रॉसिंग के किनारे गार्डवाल व ड्रेन का निर्माण रेलवे के आईओडब्ल्यू विभाग द्वारा किया जाएगा. इसकी प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई. इसके लिये लेबल क्रॉसिंग गेट के निकट सोमवार देर रात पोकलेन मशीन भी लाकर खड़ी कर दी गई. डांगोवापोसी आईओडब्ल्यू विभाग के अधिकारी रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर बसे लोगों को अपने-अपने मकानों को स्वेच्छा से खाली करने का मौखिक आदेश देकर लौट गये. स्वेच्छा से जगह खाली नहीं करने पर अतिक्रमण के जद में आए मकानों पर बलपूर्वक बुलडोजर चलाकर तोड़ने की चेतावनी दी है. विभागीय अधिकारियों की बातें सुनने के बाद रेलवे लाइन किनारे बसे कुछ लोगों ने स्वेच्छा जगह खाली करना शुरू भी कर दिया. जबकि कुछ यहां से हटने को तैयार नहीं हैं.
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पूर्व में सांसद की पहल पर रुका था अभियान
बता दें कि रेलवे विभाग के डांगोवापोसी एडीएन ने नोवामुंडी के आजाद बस्ती व टाटरा हाटिंग बस्ती में वर्षों से बसे 144 लोगों को 48 घंटे के भीतर जगह खाली करने का 4 जुलाई 2022 को अल्टीमेटम दिया था. बस्ती के लोगों को दिए गये नोटिस में बताया गया था कि नोवामुंडी के रेलवे लेबल क्रॉसिंग किमी 376/310-30 के निकट गार्डवाल और ड्रेन का निर्माण किया जाना है. इसके लिये रेलवे विभाग को जमीन की जरूरत पड़ रही है. रेलवे ने पत्र मिलने के 48 घंटे के भीतर जगह खाली करने का निर्देश दिया था. परन्तु बाद में सांसद गीता कोड़ा के प्रयास से जमीन चिन्हिति कार्य पर विराम लग गया था. इसके बाद भाजपा ने प्रभावित क्षेत्र के लोगों की पुनर्वास की मांग को लेकर जिला उपायुक्त, जगन्नाथपुर एसडीओ और नोवामुंडी सीओ को आवेदन दिया था.
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सांसद प्रतिनिधि से पहल की मांग
अब फिर से आजाद बस्ती व टाटरा हाटिंग बस्ती के लोगों को जगह खाली करने की सूचना मिलते ही प्रभावित लोगों की बेचैनी बढ़ गई है. स्थानीय लोगों ने मंगलवार को कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष सह सांसद प्रतिनिधि मंजीत प्रधान, लालिया दास व राणा बोस से मिलकर समस्या से अवगत कराने के बाद हल निकालने का मांग रखी. बस्ती वासियों ने कांग्रेसी नेताओं से गुहार लगाते हुए बताया कि उनलोगों ने एक-एक तिनिका जोड़कर मकान बनाया है. यदि मकान तोड़ दी जाती है तो वह सड़क पर आ जायेंगे. मकान टूटने के पहले पुनर्वास उसके बाद विस्थापन के लिये सोचना चाहिए.