Lucknow : उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने परचम लहराया है और सभी 17 मेयर पदों पर पार्टी ने जीत दर्ज की है. वहीं नगरपालिका अध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष की सीटों पर भी बीजेपी लीड लिए हुए है. अब यहां बीजेपी की ट्रिपल इंजन सरकार बनती दिख रही है. राज्य में नगरीय निकाय चुनाव के लिए वोटिंग दो चरणों में चार मई और 11 मई को हुई थी और नगरीय निकाय चुनाव में 4 मई को पहले चरण में राज्य के 37 जिलों में 52 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 11 मई को दूसरे चरण में 38 जिलों में 53 प्रतिशत वोटर्स ने वोट डाला था. मेयर के चुनाव में सपा और कांग्रेस का तो खाता भी नहीं खुला. जबकि बसपा जरूर बीजेपी को टक्कर देती हुई दिखी. नगर पालिका और पंचायत में सपा को बसपा व कांग्रेस से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं, लेकिन निर्दलीय को पीछे नहीं छोड़ पाई है.
बसपा, सपा और कांग्रेस के उम्मीदवार निर्दलीय से भी पीछे
यूपी में नगर निकाय की कुल 760 सीटों पर चुनाव हुए हैं, जिनमें 17 नगर निगम, 199 नगर पालिका और 544 नगर पंचायत की सीटें हैं. इसके अलावा 13 हजार के करीब वार्ड सदस्य की सीटें हैं. नगर पालिका अध्यक्ष की 199 सीटों में से बीजेपी 88 सीटें और उसके बाद निर्दलीय दूसरे नंबर पर रहे हैं. इसी तरह नगर पंचायत की 544 अध्यक्ष पर की सीटों में 170 सीटों पर बीजेपी और उसके बाद 150 सीट पर निर्दलीय जीत दर्ज करती दिख रही है. बसपा, सपा और कांग्रेस के उम्मीदवार निर्दलीय से पीछे दिख रहे हैं.
शहरों में बीजेपी का प्रदर्शन बेहतर रहा
निकाय चुनाव में सबसे ज्यादा प्रतिष्ठा बीजेपी की दांव पर लगी थी, क्योंकि शहरी इलाके हमेशा से बीजेपी के गढ़ रहे हैं. पिछली बार बीजेपी का मेयर चुनाव में बेहतर प्रदर्शन था, लेकिन नगर पालिका और नगर पंचायत में पिछड़ गई थी. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने मेयर से लेकर नगर पालिका और पंचायत अध्यक्ष सीटों पर भी जीत का परचम लहराया है. बीजेपी का राजनीतिक जनाधार शहरी इलाकों में हमेशा से रहा है, जिसके दम पर बीजेपी निकाय चुनाव में जीत दर्ज करती रही है. मौजूदा समय में बीजेपी सत्ता में रही है, जिसका सियासी फायदा भी उसे मिला है.
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