Dhanbad : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में रोटी अब मशीन से बनेगी. इसकी तैयारी में अस्पताल प्रबंधन जोर शोर से लगा हुआ है. लगभग 25 लाख रुपये की लागत से यह मशीन खरीदी जाएगी. टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. संभावना जताई जा रही है कि फरवरी से मार्च तक मशीन की आपूर्ति कर दी जाएगी. अधिकारियों की मानें तो अद्यतन रोटी मेकिंग मशीन के लिए टेंडर निकाला गया है. इस मशीन की क्षमता हर घंटे 2500 रोटी बनाने की होगी. जरूरत के अनुसार हर रोटी का वजन 25 से 50 ग्राम तक होगा और इसकी मोटाई 1.5 से 2.5 मिली मीटर होगी.
खरीदारी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू
टेंडर की शर्तों के अनुसार 5 साल की वारंटी वाली रोटी मेकिंग मशीन खरीदी जा रही है, यानी 5 वर्षों तक यदि मशीन खराब होती है तो उसे ठीक कराने की जिम्मेवारी आपूर्तिकर्ता एजेंसी की होगी. अधिकारियों का कहना है कि मशीन में पूरी तरह मैकेनाइज्ड तरीके से रोटी बनती है. रोटी खराब बनने की संभावना कम हो जाती है. मशीन लग जाने से मरीजों को अच्छी और पकी हुई रोटी मिलेगी.
दो बार रद्द हो चुका है टेंडर
मशीन के लिए दो बार टेंडर रद्द हो चुका है. दोनों बार टेक्निकल बिड ही खुल सका और टेंडर सिंगल हो गया. प्राइस बिड खुला ही नहीं. संवेदकों की मानें तो टेंडर की शर्तों में टेफलोन कन्वेयर बेल्ट समेत कुछ ऐसे स्पेसिफिकेशन डाले गए हैं, जो 1-2 कंपनी ही बनाती है. इस कारण टेंडर में भाग लेने वाली एजेंसियां इसे पूरा नहीं कर पा रही हैं और टेंडर सिंगल हो जा रहा है.
मशीन से मिलेंगी गर्म-गर्म रोटियां
अधिकारियों का कहना है कि मशीन की गुणवत्ता और प्रोडक्ट की बेहतर क्वालिटी के लिए अच्छे स्पेसिफिकेशन तय किए गए हैं. एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ अरुण वर्णवाल ने कहा कि सरकारी प्रक्रिया है, जल्द ही टेंडर होगा. उन्होंने बताया कि मरीजों को गर्म-गर्म रोटियां मिलेंगी और सेहत भी बेहतर होगी. उन्होंने कहा कि रोटी बनाने का काम सुबह से शुरू हो जाता है. चार स्टॉफ हैं, बनाते बनाते रोटी ठंडी हो जाती है. मशीन लगने से यह परेशानी दूर हो जाएगी.
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