Ranchi : रिनपास के नर्सिंग स्टॉफ नियमित वेतन नहीं मिलने को लेकर विरोध पर उतर आए हैं. इन लोगों ने गुरुवार को और कार्य बहिष्कार कर विरोध दर्ज कराया. रिनपास में आउटसोर्सिंग के माध्यम से 54 नर्सिंग स्टॉफ कार्यरत हैं. इनकी नियुक्ति एवरग्रीन सर्विसेज एजेंसी द्वारा की गयी है. लेकिन इन्हें नियमित रूप से वेतन का भुगतान नहीं किया जा रहा है.
इसको लेकर युवा कांग्रेस रांची महानगर अध्यक्ष जमील अख्तर के नेतृत्व में नर्सिंग स्टाफ रिनपास प्रबंधक से मिलीं. वस्तुस्थिति से उन्हें अवगत कराया. जमील अख्तर ने कहा कि अगर जल्द ही नर्सिंग स्टाफ का वेतन नियमित नहीं किया गया तो आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा. जिसका समर्थन युवा कांग्रेस रांची महानगर करेगी.
ढाई वर्षों से रिनपास में कार्यरत हैं, जॉइनिंग लेटर भी नहीं मिला
नर्सिंग स्टॉफ का कहना है कि पहले वेतन में पीएफ की कटौती नहीं की जाती थी. जबकि अब मनमाने तरीके से वेतन काट लिया जाता है. पीएफ, ईएसआईसी की कटौती के बाद वेतन 11200 रुपये ही दिया जाता है. कई स्टॉफ का पूरा अटेंडेंस होने के बावजूद वेतन कम दिया जाता है. कंपनी द्वारा अब तक जॉयनिंग लेटर भी नहीं मिला है. रिनपास में कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ ने रिनपास प्रशासन से अनुरोध किया है कि लगभग ढाई वर्षों से वे रिनपास में कार्यरत हैं. अतः उनका स्थायीकरण किया जाए. जितनी भी बकाया राशि है, एजेंसी की ओर से दिलायी जाए.
17 जुलाई 2022 को एवरग्रीन सर्विसेस को दिया गया था टेंडर
रिनपास में नर्सिंग स्टॉफ की नियुक्ति सबसे पहले भारत एजेंसी द्वारा की गयी थी. वेतन 18,000 रुपये प्रतिमाह दिया जाता था. इसमें से 900 रुपये की कटौती की जाती थी. बाद में उसे टर्मिनेट कर 17 जुलाई 2022 को एवरग्रीन सर्विसेस को टेंडर दिया गया. जिसमें नर्सिंग स्टॉफ की जॉइनिंग कराई गई, लेकिन कंपनी द्वारा नियमित तौर पर वेतन नहीं दिया जाता है.
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