चार लोगों ने बिटिया का शारीरिक शोषण किया, बिटिया पुलिस में गई, 30 दिन हो गए, इस मामले में कुछ न हुआ, एफआईआर दर्ज करने वाली पुलिस बिटिया को ही बता रही है गड़बड़, आहत होकर बिटिया ने खा लिया जहर, अभी चल रहा है इलाज
Shruti Singh
Ranchi: नवरात्र में हम मां दुर्गा के रूप में कुंवारी कन्याओं की पूजा-अर्चना करते हैं. उनका आदर-सत्कार करते हैं. लेकिन, इस नवरात्र की सप्तमी तिथि की सुबह अपनों की शारीरिक -मानसिक यातना से परेशान बिटिया ने सिर्फ इसलिए जहर खा लिया कि उसे परेशान करने वाले आरोपियों को शिकायत करने के एक माह बाद भी रांची की कोतवाली थाना पुलिस गिरफ्तार नहीं कर रही है. उल्टा उसी पर लांछन लगा रही है. जहर खाने से बीमार बिटिया को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत ठीक नहीं है. रविवार को वह दिन भर बेसुध पड़ी थी. उसकी मां ने पहले ही घर छोड़ दिया है. पिता ही अस्पताल में उसकी देखभाल कर रहे हैं. उसके दो छोटे भाई भी हैं, एक 15 साल का और दूसरा पांच साल का. मां के बिना तीनों बाल-बच्चों का लालन-पालन पिता ही कर रहे हैं.
पिता का आरोप- आरोपियों को बचा रही है पुलिस
कोतवाली थाना क्षेत्र की रहनेवाली बिटिया के पिता ने थाने में प्राथमिकी एक माह पूर्व 2 सितंबर को दर्ज करायी थी. दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि मां के छोड़ जाने के बाद बिटिया नानी के घर गयी थी. वहां उसके सगे मामा विशाल दास, समर्पण दत्ता, प्रियरंजन सोय और एक अन्य ने उसका शारीरिक शोषण किया. उसे अश्लील वीडियो दिखाया. मामा की शारीरिक प्रताड़ना से आहत हो बिटिया रांची लौट आयी. मामा की ज्यादती से आहत बिटिया अब गुमसुम रहने लगी थी. तीन महीने बाद मामा विशाल दास उसके घर आया. यहां भी उसने अपनी भांजी का शारीरिक शोषण किया. विरोध करने पर विशाल यहां से भाग निकला. पिता के अनुसार, जब उन्होंने बिटिया से गुमसुम रहने का कारण पूछा तो उसने पूरी घटना की जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने चारों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.
पुलिस ही लगाने लगी लांछन
पिता का आरोप है कि प्राथमिकी दर्ज करने के बावजूद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया. उल्टे बिटिया पर ही लांछन लगाना शुरू कर दिया. पुलिस ने बिटिया से पूछताछ के दौरान सिर्फ खानापूर्ति की. बिटिया पर ही झूठ बोलने का आरोप मढ़ दिया. इससे बिटिया पूरी तरह से टूट गयी थी. वह न ठीक से खा-पी रही थी और न कुछ बोल ही रही थी. आखिर उसने जहर खा लिया. पुलिस से नाउम्मीद हो चुके पिता ने बिटिया को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद रविवार को रांची जिला बाल संरक्षण आयोग से मामले की शिकायत की.
पुलिस अस्पताल पहुंची, बोली-नार्मल है ठीक हो जाएगी
पिता का कहना है कि बिटिया को अस्पताल में भर्ती कराने के बाद कोतवाली थाना से एक महिला पुलिसकर्मी अस्पताल आयी थी. बच्ची को देखने के बाद चिकित्सकों से बात की. पिता के अनुसार, महिला पुलिसकर्मी ने उनसे कहा कि बच्ची नॉर्मल है, जल्द ही ठीक हो जाएगी.चिंता करने की कोई बात नहीं है. पिता का आरोप है कि पुलिस किसी के दबाव में आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
थाना प्रभारी बोले- पूजा में बहुत व्यस्त हैं, बाद में बात करेंगे
कोतवाली थाना प्रभारी शैलेश प्रसाद से जब शाम 7.30 बजे उनके मोबाइल (नंबर 9431706158) पर फोन कर मामले के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने कहा- पूजा है, बहुत व्यस्त हूं. बाद में बात करेंगे.
सीडब्ल्यूसी की टीम ने पीड़िता का बयान लिया है: चेयरमैन
रांची जिला बाल संरक्षण आयोग (सीडब्ल्यूसी) के चेयरमैन अजय साह से मामले के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उनकी टीम ने पीड़िता का बयान लिया है. उसके पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुअ है, जिसमें लिखा है- मुझे न्याय चाहिए. इस मामले को लेकर एसएसपी किशोर कौशल से बात हुई है. उन्होंने उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.