Ranchi : चुनाव किसी भी लोकतांत्रिक देश की एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है. इसी प्रक्रिया के अंतर्गत लोग अपने जनप्रतिनिधियों का चयन करते हैं. शपथ समारोह इसी प्रक्रिया को अंतिम रूप प्रदान करता है. जिसमें विजयी प्रतिभागियों को शपथ दिलाकर जिम्मेदारियों का कार्यभार संभालने का अवसर प्रदान किया जाता है. इसी प्रक्रिया के अंतर्गत दिल्ली पब्लिक स्कूल, रांची के प्राइमरी विंग में गुरुवार एक सितंबर को शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया.
छात्रों को उनके अनुशासन के प्रति जिम्मेदार बनाना, हर गतिविधियों को बढ़ावा देना तथा छात्रहित की बातों का निराकरण कराने के उद्देश्य से विद्यालय की ओर से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
समारोह का शुभारंभ स्वागत गान तथा दीप प्रज्जवलित कर किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत “खुला आसमान” गाने पर विद्यार्थियों ने नृत्य करके यह संदेश दिया कि अवसर उपयुक्त हो तो बुलंदियों को छूना सरल हो जाता है.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की हैसियत से सीआईएसएफ डीआईजी सुमन सिंह शामिल हुए. डीआईजी ने विजयश्री प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को बैच और सेशे पहनाकर सम्मानित किया और उन्हें अनुशासन तथा शिष्टाचार के पथ पर अग्रसर होने की प्रेरणा देते हुए विद्यालय की गरिमा को उन्नत करने की शपथ दिलाई. उन्होंने कहा कि यह पद शक्ति का नहीं, बल्कि जिम्मेदारी का धोतक है. इसलिए इस जिम्मेदारी का निर्वाह कुशलतापूर्वक करना चाहिए. यही अवसर होता है, जब विद्यार्थी अपने काम के बल पर अपनी योग्यता को साबित करते हैं और यहीं से उनके नेतृत्व क्षमता का विकास होना आरंभ होता है. शपथ ग्रहण करने वालों में हेड ब्वॉय अर्थव झावर और हेड गर्ल तन्वी प्रिया, डिप्यूटी हेड ब्वॉय कृषभ प्रभात और अन्नश जैन तथा डिप्यूटी हेड गर्ल नबा रहमान और शम्भवी मिश्रा के अलावा स्पोटर्स कैप्टन व हाउस कैप्टन को मुख्य रूप से मनोनित किया गया.
मौके पर स्कूल के प्राचार्य डॉ. राम सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में अनुशासन का पालन करना, अपने से बड़ों का आदर-सम्मान करना विद्यार्थियों का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए. अगर बच्चों में आत्मानुशासन और नेतृत्व क्षमता होगी तो वे अपने विद्यालय और घर में ही नहीं, बल्कि पूरे देश और समाज का विकास कर सकते हैं. उन्होंने सभी विजयी प्रतिभागियों को बधाई और शुभकामनाएं दी और उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि आज का विजयी उम्मीदवार कल का सूत्रधार बन सकता है. उन्होंने मनोनित सदस्यों को निष्ठावान रहकर अपने उत्तरदायित्वों को ईमानदारी से निर्वहन करने की प्रेरणा दी. अंत में उपस्थित मुख्य अतिथि व अन्य अतिथिगणों को धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया.
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