Jamshedpur : राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा नवरात्र से पहले ही कोरोना से बचाव के लिए लंबी-चौड़ी गाइडलाइन जारी कर दी गई थी. पंडाल में और अन्य किसी भी स्थान पर भीड़ इकट्ठा नहीं होने देने के सारे उपाय किए गए थे, ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके. लेकिन साकची बाजार में प्रतिवर्ष विजया दशमी को फुटपाथ पर लगने वाली दुकानों को बंद रखने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया. इसका नतीजा रहा कि साकची बाजार में सुबह से रात तक दुकानें लगी रहीं. बाजार में इतनी भीड़ भी कि पैर रखने तक कि जगह नहीं थी. भीड़ की वजह से लोग चींटियों की तरह रेंग रहे थे. लेकिन प्रशासन ने इन दुकानदारों को हटाने का प्रयास तक नहीं किया. केवल दोपहर में साकची बाजार के अंदर होने वाली दुर्गा पूजा को विसर्जन के लिए रास्ता देने के लिए फुटपाथ को खाली कराया गया था. साथ ही कुछ दुकानों को भी बंद कराया गया, लेकिन विसर्जन के लिए प्रतिमा जाने के बाद फिर स्थिति जस की तस हो गई. विजया दशमी के दिन प्रतिवर्ष सुबह से दोपहर तक ये दुकानें लगती हैं, लेकिन इस बार रात तक दुकानें लगी हैं. अधिकांश लोग बाजार में बिना मास्क के घूम रहे थे. दुकानदार भी बिना मास्क के सामान बेच रहे थे. अन्य दिन बाजार में भीड़ नहीं रहती है. उस समय फुटपाथ पर दुकानें नहीं लगने दी जाती हैं. दोपहर बाद प्रतिमा विसर्जन देखने वालों की भी यहां कतार लग गई, जिससे हजारों की भीड़ इकट्ठा रही.