Pravin Kumar
Ranchi : राजधानी में आदिवासी खाते की जमीन को फर्जी सरेंडर डीड के आधार पर रजिस्ट्री और म्यूटेशन का खेल लंबे समय से चलता आ रहा है. इस खेल में भू-माफिया, निबंधन एवं अंचल कार्यलाय की मिलीभगत से आदिवासी खाते की भूमि को सीएनटी फ्री बनाया जा रहा है. मामला रांची जिला के नगड़ी अंचल से जुड़ा है. अंचल के पुंदाग मौजा की भूमि, जिसका खाता नंबर 99 प्लॉट नंबर 5171 एवं 5250 है, इस भूमि का कुल रकबा 84 डिसमिल है. उक्त भूमि को फर्जी (Surrender deed) इस्तीफा नामा एवं सेटेलमेंट डीड के आधार पर रजिस्ट्री और म्यूटेशन कराया गया. इस मामले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक चमरा लिंडा ने रांची उपायुक्त को पत्र लिख कर कार्रवाई करने की मांग की है.
इन डीड नंबरों से कराया गया है फर्जी निबंधन
भू-माफियाओं ने आदिवासी खाते की भूमि को सीएनटी फ्री बनाने के लिए सरेंडर डीड नंबर 1314, बुक नंबर 1, वॉल्यूम नंबर 24, पेज नंबर 249 से 251, वर्ष 1945 का सहारा लिया. इसके बाद उक्त 84 डीसमिल जमीन को र फर्जी तरीके से आदिवासी खाते की भूमि का निबंधन कराया गया है. जिसका डीड संख्या 4027, वर्ष 2016, 3104, 5521, 4702, 1376, 6296, 1975, 1374, 386 ,2751 और डीड संख्या 1938, वर्ष 2018 के माध्यम से रजिस्ट्री कराया गया है.
फर्जी तरीके से की गयी रजिस्ट्री के बाद कराया गया म्यूटेशन
फर्जी दस्तावेज के आधार पर करायी गयी रजिस्ट्री के बाद अंचल कार्यलाय की मिलीभगत से भू-माफियाओं ने भूमि का म्यूटेशन भी कराया है. जिसका म्यूटेशन इन वाद संख्या के आधार पर किया गया.
1922R27/2016-17
1001R27/2016-17
1044R27/2017-18
1898R27/2016-17
1061R27/2016-17
1002R27/2016-17
840R27/2016-17
5076R27/2016-17
4093R27/2016-17
1763R27/2016-17
1762R27/2016-17
843R27/2016-17
521R27/2016-17
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