Bokaro: ओएनजीसी के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुभाष कुमार ने चौथी हस्तशिल्प परियोजना का उद्घाटन किया. लाख हस्तशिल्प इकाई की स्थापना को लेकर यह कार्यक्रम किया गया.
कारीगरों को फायदा होगा
सीएमडी सुभाष कुमार ने कहा कि ONGC देश के ग्रामीण हिस्सों में इस तरह की पहल के माध्यम से कला और संस्कृति को विकसित करने और उनके लिए बाजार लाने का प्रयास कर रही है. इससे हमारी समृद्ध कला और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किया जा सकेगा और ग्रामीण या आदिवासी क्षेत्रों के कारीगरों को आर्थिक स्थिरता भी मिलेगी. इससे न केवल महिला सशक्तीकरण को बल मिलेगा, बल्कि देश का समग्र विकास होगा. निदेशक (एचआर) डॉ अलका मित्तल ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में हस्तशिल्प उद्योग से जुड़ने से संतुष्टि की भावना पैदा होती है. देश की अर्थव्यवस्था के लिए निर्यात के माध्यम से भी राजस्व उत्पन्न होना एक व्यवसायिक मामला है.
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कला और शिल्प का विकास होगा
ओएनजीसी के निदेशक (तटवर्ती) अनुराग शर्मा ने कहा कि ओएनजीसी की इस तरह की पहल से कला और शिल्प का समग्र विकास होगा. कहा कि खूंटी में ओएनजीसी की चौथी हस्तशिल्प परियोजना का उद्देश्य छह प्रशिक्षित मास्टर प्रशिक्षकों और 25 प्रशिक्षु कारीगरों के साथ हस्तशिल्प इकाई स्थापित करना है. इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं. भारत की आजादी के 75 साल के अवसर पर आजादी की अमृत महोत्सव के तहत पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सहयोग से सीपीएसई देश भर के विभिन्न जिलों में 75 परियोजनाएं शुरू करेगी. ओएनजीसी ने इसमें अग्रणी भूमिका निभाई है और 75 में से 15 परियोजनाओं को अपने हाथ में ले रही है.
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