Ramgarh: घुटुवा कम्यूनिटी हॉल में रविवार को झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा का पांचवां सम्मेलन हुआ. इसमें भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य शामिल हुए. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड सरकार को अस्थिर करने की साजिश चल रही है. सरकार को सही तरीके से चलने नहीं दिया जा रहा है. यहां के गवर्नर और केंद्रीय एजेंसी जो कर रही है उसे लेकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा जाएगा.
दीपांकर ने कहा कि जनता की चुनी हुई सरकार को राजनैतिक खेल कर सरकार को चलने नहीं दिया जा रहा है. झारखंड में भी कई सवाल हैं. मनरेगा मजदूरों को सही रोजगार नहीं मिल रहा है, वन अधिकार कानून भी ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है. झारखंड के अंदर के जो सवाल हैं, उस पर यहां की जनता लड़ लेगी, लेकिन भाजपा बौखलाई हुई है. पूरे झारखंड में अवैध खनन दिखाई पड़ रहा है. इसमें भ्रष्टाचार से ज्यादा मजदूरों की असुरक्षा है. अवैध खनन में मजदूरों की जानें जाती हैं. जहां तक भ्रष्टाचार की बात है, यह नौकरशाही पुलिस-प्रशासन की मदद से पनपता है. इस पर रोक लगाने की जरूरत है.
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दीपांकर ने कहा कि सभी तबके के किसानों को उनकी उपज का सही कीमत निर्धारित होना चाहिए. उन्हें सही कीमत की गारंटी मिलनी चाहिए. इधर सरकार उन तीन कृषि कानूनों को वापस लेकर चोर दरवाजे से लागू करना चाह रही है. किसानों को खेती में मदद चाहिए, पानी, बिजली, बीज चाहिए और उपज का सही मूल्य चाहिए. किसान सम्मान निधि और किसान क्रेडिट कार्ड हमारे हिसाब से महज नाटक है. दीपंकर ने कहा कि आरटीआई कानून बनाया गया था. लोगों को जानकारी देने के लिए लोगों को पूरा अधिकार है. सब कुछ जानने और समझने का आरटीआई कानून से भ्रष्टाचार के बड़े मामलों का पूरे देश में खुलासा हुआ है. इधर आरटीआई के तहत सूचना मांगने पर जवाब नहीं मिलता है. कहीं सूचना आयोग तक नहीं है. आरटीआई कार्यकर्ताओं पर हमले भी होते रहे हैं.
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