Ranchi : झारखंड प्रदेश कांग्रेस चिंतन शिविर में पार्टी नेताओं ने अपनी ही गठबंधन सरकार पर जमकर भड़ास निकाली. पहले प्रभारी अविनाश पांडेय ने साफ तौर पर कहा कि भविष्य में जेएमएम के साथ गठबंधन लाचारी में नहीं होगा. फिर सुबोधकांत सहाय और दीपिका पांडेय ने भी गठबंधन को लेकर कई बातों को रखा. अब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. हिंदी भाषा विवाद को लेकर बन्ना गुप्ता ने कहा है कि हमारे मुख्यमंत्री ही चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी समाप्ति की और चली जाए. पार्टी का पूरा वोट बैंक जेएमएम की तरफ शिफ्ट हो जाए. तो ऐसी सोच वाली गठबंधन सरकार का कोई औचित्य नहीं बनता है. बन्ना ने कहा कि पार्टी बचेगी, तभी हम बचेंगे.
समझौता करना पड़ेगा, तो इस्तीफा देने पर विचार
चिंतन शिविर को तीसरे दिन कांग्रेस नेता का यह बयान हिंदी राष्ट्रभाषा को प्रतियोगिता परीक्षा से हटाने को लेकर था. प्रभारी अविनाश पांडेय को संबोधित अपने भाषण में बन्ना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की विचाराधारा और सिद्दांत कभी कमजोर नहीं हो. राष्ट्रभाषा के साथ कभी समझौता नहीं किया जा सकता है. जिस दिन ऐसा समझौता करना पड़ेगा, तो उनके जैसा क्रांतिकारी विचारधारा वाला उसी दिन इस्तीफा देने पर विचार करेगा.
हमारी स्थिति -मांझी ही नाव डूबोये, तो उसे कौन बचाये जैसी हो गयी है
बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज गठबंधन सरकार में हमारी ही सरकार में हमारी स्थिति मांझी ही नाव डूबोये, तो उसे कौन बचाये जैसी हो गयी है. बन्ना गुप्ता ने कहा कि कॉ-ऑडिनेशन कमिटी बनाकर ही हम उनको (जेएमएम) घेर सकते हैं. बता दें कि हेमंत सरकार में बनायी गयी नियमावली में हिंदी भाषा को हटाने को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता नाराज हैं.
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