LagatarDesk : अक्टूबर-नवंबर में आईपीओ की बारिश होने वाली है. इसकी शुरूआत भी हो चुकी है. कई कंपनियां अपना आईपीओ लेकर आयी है. अब डिजिटल पेमेंट कंपनी Mobikwik भी अपना IPO लाने वाली है. कंपनी को मार्केट रेग्युलेटर SEBI से मंजूरी मिल चुकी है. ऐसे में आपके पास निवेश का बड़ा मौका होगा.
1500 करोड़ के फ्रेश शेयर जारी करेगी Mobikwik
बता दें कि गुरुग्राम की कंपनी ने SEBI के पास जुलाई में आईपीओ के लिए डॉक्यूमेंट जमा किये थे. इस आईपीओ के जरिये Mobikwik 1,900 करोड़ रुपये जुटायेंगी. इसमें से कंपनी 1500 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी करेगी. जबकि कंपनी के शेयरहोल्डर्स 400 करोड़ के ऑफर फॉर सेल लायेंगे.
इसे भी पढ़े : मुकेश अंबानी की संपत्ति 100.6 अरब डॉलर पहुंची, जेफ और एलन मस्क के क्लब में हुए शामिल
गूगल पे जैसी कंपनियों से होगा मुकाबला
Mobikwik में सिकोइया कैपिटल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड का निवेश है. इस कंपनी का सीधा मुकाबला, वाट्सऐप पे, गूगल पे, फोन पे,पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप के साथ है. पीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट की मानें तो 2022-2030 भारत का डिजिटल पेमेंट मार्केट 2.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है. ऐसे में डिजिटल पेमेंट सुविधा देने वाली कंपनियों के लिए यह बड़ा स्कोप है. साथ ही रिटेल इन्वेस्टर्स के पास भी इसके शेयर अपने वॉलेट में भरने का अच्छा मौका होगा.
कंपनी ‘Buy Now Pay Later’ प्लेटफॉर्म का करेगी विस्तार
IPO से मिलने वाले पैसे से Mobikwik अपने ‘Buy Now Pay Later’ प्लेटफॉर्म का विस्तार करेगी. कंपनी ने 2019 में इस सर्विस को शुरू किया था. जबकि वह 2009 से मोबाइल वॉलेट सर्विस दे रही है. कंपनी ने इसी साल जुलाई में IPO लाने के लिए SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हैरिंग प्रोसपेक्टस (DRHP) जमा कराया था.
इसे भी पढ़े :प्रशांत के ट्वीट पर रार, ट्विटर पर भिड़े टीएमसी और कांग्रेस, भूपेश बघेल ममता पर बरसे, उसी भाषा में मिला जवाब
शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली पहली फिनटेक कंपनी होगी Mobikwik
बता दें कि Mobikwik देश में IPO लाने वाली और शेयर बाजार में लिस्ट होने वाली पहली फिनटेक कंपनी होगी. Mobikwik के अलावा एक और फिनटेक कंपनी Paytm भी बहुत जल्द अपना आईपीओ लाने वाली है. इस आईपीओ के जरिये Paytm 22000 करोड़ रुपये जुटायेगी. देश में अब तक का यह सबसे बड़ा आईपीओ होगा.
इसे भी पढ़े : पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से आम जन हलकान, 10 माह में पेट्रोल 19.87, तो डीजल 18.41 रुपये हुआ महंगा