Jamshedpur: सोनारी गुरुद्वारा कमेटी में सोमवार सुबह तारा सिंह गिल को प्रधान बनाने की घोषणा हुई. शाम को विपक्षी गुट ने पूरी प्रक्रिया को अवैध बताते हुए एसडीएम व स्थानीय थाना से इसकी शिकायत की है. पूर्व प्रधान एवं विपक्षी खेमे के गुरदयाल सिंह की शिकायत के अनुसार तारा सिंह ने अराजक तत्वों के सहयोग से संविधान की अनदेखी की है.
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संविधान के मुताबिक यहां दो साल के लिए प्रधान चुना जाता है. मार्च माह में चुनाव होता है और 13 अप्रैल को अपने पद पर नया प्रधान बैठता है. सोनारी का पिछला चुनाव 2018 में हुआ था, जिसका कार्यकाल 2020 में समाप्त हो चुका है. अब तक तारा सिंह महामारी का बहाना देकर बचते रहे हैं. संगत ने भी इसे लेकर जोर नहीं दिया. एसडीएम के मौखिक आदेश का पालन किया गया. 19 जुलाई को जानकारी मिली कि सभा की बैठक है. मीरी पीरी दिवस मनाने को लेकर विचार होना है. इसमें बाहरी अराजक तत्व पहुंचे और साजिश के तहत गिल को प्रधान चुनने की घोषणा कर दी गई. सेंट्रल कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे की घोषणा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए शिकायत में कहा गया कि उनका कार्यकाल 26 मई 2021 को समाप्त हो चुका है. विपक्ष की शिकायत है कि मुखे खुले तौर पर अराजकता पर उतर आए हैं, कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. संगत के साथ न्याय की मांग करते हुए मुखे व गिल से भी न्याय की मांग की गई है. अन्यथा गांधीवादी व पंथिक तरीके से आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.