Jamshedpur : बिरसानगर गुरुद्वारा कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष अजीत सिंह ने एक बयान जारी कर गुरमुख सिंह मुखे के सम्मान समारोह का घोर विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि बिरसानगर गुरुद्वारा के प्रधान दीप सिंह द्वारा हरमंदिर साहिब पटना द्वारा बर्खास्त सीजीपीसी के स्वघोषित प्रधान गुरमुख सिंह मुखे का सम्मान पूरे सिख समाज का अपमान है.
मुखे का सम्मान दीप सिंह का व्यक्तिगत निर्णय हो सकता है
उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि हरमंदिर साहिब जी पटना के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह द्वारा आदेश निकाला गया है कि गुरमुख सिंह सीजीपीसी के प्रधान पद से बर्खास्त किए जाते हैं. अगला प्रधान चुनने और मामले की जांच के लिए 5 सदस्यीय समिति की भी घोषणा ज्ञानी रंजीत सिंह के द्वारा की गई है. इसके बावजूद इस आदेश की अवहेलना करते हुए बिरसानगर गुरुद्वारे में मुखे का सम्मान करना दीप सिंह का व्यक्तिगत निर्णय हो सकता है. इसका गुरुद्वारा कमेटी और स्थानीय संगत से कोई लेना-देना नहीं है.
कार्यक्रम की जानकारी कमेटी के सदस्यों को भी नहीं दी गई
बिरसानगर गुरुद्वारा कमेटी के सलाहकार और अहम भूमिका अदा करने वाले हरजिंदर सिंह रिंकू ने कहा कि वास्तव में यह कार्यक्रम दीप सिंह का निजी माना जाएगा क्योंकि इसकी जानकारी कमेटी के सदस्यों और अन्य महत्वपूर्ण लोगों को भी नहीं दी गई है. बिरसानगर नौजवान सभा के प्रधान हरदेव सिंह और स्त्री सत्संग सभा की प्रधान हरजिंदर कौर ने भी उक्त कार्यक्रम की घोर निंदा करते हुए कहा है कि संगत को गुमराह करते हुए यह जानकारी दी गई थी कि यहां रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया है जिसे सम्मान समारोह में तब्दील कर दिया गया.