Ranchi: ओरमांझी प्रखंड के डहु गांव में सरकार द्वारा करोड़ों रुपये की लागत से आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया गया था. ताकि सरकारी भवन में सही देखरेख में आंगनबाड़ी संचालित हो सके. हालांकि आंगनबाड़ी बनकर तैयार हो गया, लेकिन सरकार के अधिकारियों की लापरवाही से आंगनबाड़ी भवन का हैण्डओवर भी नहीं हो सका. इसे सरकारी खजाने का दुरुपयोग नहीं तो और क्या कहेंगे. ऊपर से सीडीपीओ को इस योजना की जानकारी नहीं है.
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हैण्डओवर से पहले ठेकेदार गायब
सेविका सहिया को बिल्डिंग हैंडओवर नहीं होने के कारण नवनिर्मित आंगनबाड़ी की स्थिति जर्जर हो गई है. खिड़की दरवाजे टूट चुके हैं. अब तो नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र का इस्तेमाल निजी तरीके से आसपास के लोग कर रहे हैं. यहां लोग पुवाल लकड़ी घांस व अन्य समान को रख रहे हैं. इसके अलावा बाहर जानवरों को भी बांधा जा रहा है. जिसके चलते आंगनबाड़ी केंद्र अब सामुदायिक केंद्र में चलाया जा रहा है. जहां की हालात भी काफी दयनीय है. इस सामुदायिक केंद्र में सेविकाएं बैठने से भी डरती हैं. बताया जा रहा है कि उक्त भवन का ठेकेदार हैण्डओवर से पहले नदारत हो गया है.
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परियोजना प्रभारी को जानकारी नहीं
आंगनबाड़ी सेविका ने कई बार अधिकारियों से आंगनबाड़ी आवंटन करने की मांग की है. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके चलते जहां तहां से आंगनबाड़ी का संचालन किया जा रहा है. ओरमांझी की बाल विकास परियोजना की प्रभारी विनीता कुमारी से इस संबंध में सवाल पूछा गया, लेकिन उन्होंने इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी. और कहा कि अगर हमें इसकी जानकारी होती तो, हम सुचारू रूप से चलाने में सेविका एवं सहिया की मदद करते. लेकिन आधे अधूरे भवन को कैसे हम सेविका को दे दें.
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