Ranchi: सांसद (राज्यसभा) महेश पोद्दार ने ओपन कास्ट कोयला खदानों से निकले ओवर बर्डन और राज्य के स्टील संयंत्रों से विसर्जित स्लैग (छाई) को सड़क निर्माण में इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है. पोद्दार ने केंद्रीय सड़क निर्माण एवं राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी एवं सीएम हेमंत सोरेन को अलग-अलग पत्र लिखकर यह आग्रह किया है.
केंद्रीय मंत्री गडकरी को लिखे पत्र में सांसद पोद्दार ने कहा है कि झारखंड में कोयला खदानों से निकले ओवरबर्डन का इस्तेमाल अगर सड़क निर्माण में हो तो यह राज्य और देश को दो तरफ़ा फायदा पहुंचा सकता है. एक तरफ तो ओवर बर्डन से होनेवाले प्रदूषण से आम जनता को राहत मिलेगी, दूसरी तरफ कोयला कंपनियां भी ओवर बर्डन के निपटारे की चिंता से मुक्त हो सकेंगी. इस बात की पूरी संभावना है, कि राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में कोयला खदानों के ओवर बर्डन का इस्तेमाल सड़कों की गुणवत्ता में उल्लेखनीय वृद्धि कर सकता है.
पोद्दार ने राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण में कोयला खदानों के ओवर बर्डन के प्रयोग हेतु सम्बंधित विभागों व एजेंसीज को निर्देशित करने का आग्रह किया है.
इसे भी पढ़ें-डब्ल्यूएचओ- एम्स का अध्ययन , कोविड की तीसरी लहर बच्चों के लिए अधिक खतरा पैदा नहीं करेगी
इसी प्रकार, सीएम हेमंत सोरेन को लिखे गए पत्र में पोद्दार ने कहा कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण सड़कों के निर्माण में राज्य के स्टील प्लांट्स से निकलनेवाला स्लैग (छाई) अत्यधिक उपयोगी हो सकता है. राज्य में इतनी सड़कें बन रही हैं और आगे भी बननेवाली हैं. उनमें इस स्लैग का इस्तेमाल होगा तो सड़कें मजबूत बनेंगी. बेकार डंप हो रहे स्लैग का सदुपयोग हो जाएगा और लोगों को प्रदूषण से राहत भी मिल जायेगी.
स्लैग डंप से लगातार धूलकण उड़ते रहते हैं, प्रदूषण होता रहता है. स्टील प्लांट्स प्रबंधन की ओर से स्लैग डंप पर कभी-कभार पानी का छिडकाव किया जाता है, लेकिन उससे प्रदूषण पर कोई ख़ास लगाम नहीं लगती. यह भी जानकारी मिली है कि कुछ स्टील प्लांट्स में उनके परिसर में जगह कम पड़ रही है, तो वे अपने परिसर के बाहर जहां-तहां खाली जगह देखकर स्लैग डंप कर रहे हैं. राज्य में नए-नए स्टील प्लांट लग रहे हैं, लगनेवाले हैं. स्पष्ट दिशा निर्देश रहे तो प्रक्रिया सरल रहेगी. स्टील प्लांट्स को लौह अयस्क तो राज्य सरकार ने ही दिया है, इसलिए मैं मानता हूं कि इस प्रकार के निर्देश देना राज्य सरकार का हक बनता है.
इसे भी पढ़ें-TRP की लिस्ट में अनुपमां ने फिर मारी बाजी,’तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ ने किया कमबैक
महेश पोद्दार ने कहा कि राज्य के स्टील प्लांट्स के लिए यह अनिवार्य कर दिया जाये कि वे सड़क निर्माण के लिए स्लैग निःशुल्क उपलब्ध कराएं. उसी प्रकार सड़क निर्माण में लगी एजेंसीज और ठेकेदारों को भी सड़क निर्माण में स्टील प्लांट से निकले स्लैग के प्रयोग का शासकीय निर्देश दिया जा सकता है. जरुरत समझें तो सड़क निर्माण करनेवाली एजेंसीज और स्टील प्लांट प्रबंधन के साथ बैठक कर स्टील प्लांट से निकलनेवाले स्लैग की उपलब्धता और सड़क निर्माण में उसकी उपयोगिता का आकलन और समीक्षा भी कर लें.