LagatarDesk : पूरा देश इस समय कोरोना महामारी के दौर से गुजर रहा है. इस दौरान कई लोगों की नौकरियां भी चली गयी. लेकिन इस बीच ऑक्सफैम इंडिया की एक रिपोर्ट सामने आयी है. जो काफी चौंकाने वाली है. ऑक्सफैम की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना काल में अमीरों और गरीबों में खासा इजाफा हुआ है. रिपोर्ट की मानें तो कोरोना काल के दौरान भारत में अरबपतियों की संख्या 39 फीसदी बढ़ी है. जिसके बाद भारत में अरबपतियों की संख्या 142 हो गयी. इससे एक साल पहले भारत में केवल 102 लोग ही अरबपति के कैटेगरी में है.
21 महीने में 30.02 लाख करोड़ बढ़ी अरबपतियों की संपत्ति
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश का अर्थतंत्र अभी तक अमीरों को ज्यादा अमीर तथा गरीबों को ज्यादा गरीब बनाने वाला रहा है. ऑक्सफैम का कहना है कि मार्च 2020 से नवंबर 2021 के कोरोना काल में देश के अरबपतियों की कुल संपत्ति 23.14 लाख करोड़ से बढ़कर 53.16 लाख करोड़ पर जा पहुंची. यानी 21 महीने में अरबपतियों की संपत्ति 30.02 लाख करोड़ बढ़ी है. ऑक्सफैम की रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2020 में 4.6 करोड़ से अधिक लोग अत्यंत गरीबों की श्रेणी में चले गये.
शीर्ष 10 अमीरों की संपत्ति पहुंची 113 लाख करोड़
ऑक्सफैम का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान दुनियाभर के शीर्ष 10 अमीरों की संपत्ति 1.5 लाख करोड़ डॉलर यानी 113 लाख करोड़ पर जा पहुंची है. ऑक्सफैम की रिपोर्ट का कहना है कि इस समय देश के शीर्ष 10 धनकुबेरों के पास इतनी संपत्ति है कि देशभर के बच्चों की स्कूल और कॉलेज में अगले 25 वर्षों की पढ़ाई का खर्चा निकल आयेगा.
10 फीसदी रईसों पर टैक्स लगाने से 17.7 लाख मिल सकते हैं ऑक्सीजन सिलेंडर
रिपोर्ट में कहा गया कि भारत के 10 अरबपतियों की संपत्ति से 25 साल तक देश के हर बच्चे को स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा दी जा सकती है. वहीं भारत के 10 फीसदी रईसों पर अगर सिर्फ एक प्रतिशत अतिरिक्त वेल्थ टैक्स लगाया जाये तो देश को 17.7 लाख अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर मिल सकते हैं. वहीं देश के 98 अरबपति परिवारों पर यही एक प्रतिशत टैक्स लगाया जाये तो सात सालों तक दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस योजना आयुष्मान भारत का पूरा खर्च कवर हो जायेगा.