NewDelhi : पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार के इकोनॉमिक सर्वे को नकारात्मक करार दिया है.. मंगलवार को पेश किये गये इकोनॉमिक सर्वे को लेकर चिदंबरम ने कहा कि इसमें ऑब्जेक्टिव दृष्टिकोण की कमी है. कहा कि सरकार रियरव्यू मिरर से देख रही है.
ऐसा लगता है कि आर्थिक सर्वेक्षण किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा लिखा गया है जो केवल रियर व्यू मिरर को देखते हुए यात्रा को नेविगेट कर रहा है।
नेविगेटर (CEA) को विंडशील्ड के माध्यम से आगे के रास्ते को देखना चाहिए था और चालक (वित्त मंत्री) को नुकसान के बारे में चेतावनी देनी चाहिए थी— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 31, 2023
इसे भी पढ़ें : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राष्ट्रपति भवन पहुंची, राष्ट्रपति को सौंपेंगी बजट की कॉपी
आर्थिक सर्वेक्षण बहुत विभागीय नजरिया लगता है
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि इकोनॉमिक सर्वे में से अधिकांश रीरव्यू मिरर है. उन्होंने पिछले पांच सालों में क्या हुआ, इसकी बात की. इकोनॉमिक सर्वे को लेकर कहा कि इस सर्वे से यह पता नहीं चलता कि हम आगे क्या देख सकते हैं. कांग्रेस नेता ने चेतावनी देते हुए कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण बहुत विभागीय नजरिया लगता है.
इसे भी पढ़ें : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण राष्ट्रपति भवन पहुंची, राष्ट्रपति को सौंपेंगी बजट की कॉपी
इकोनॉमिक सर्वे अर्थव्यवस्था का वस्तुनिष्ठ दृष्टिकोण नहीं रखता
यह अर्थव्यवस्था का वस्तुनिष्ठ दृष्टिकोण नहीं रखता है. उन्होंने कहा कि आपने इसमें सभी नाकारात्मक कारकों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में कहीं नहीं दिखा कि नकारात्मक कारकों के लिए क्या किया जाना चाहिए. यही इस इकोनॉमिक सर्वे के साथ समस्या है. उन्होंने कहा कि विश्व की अर्थव्यवस्था धीमी हो रही है.

प्रमुख उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के मंदी की चपेट में आने की आशंका है. दुनिया में सुरक्षा की स्थिति खराब हो सकती है.. चिदंबरम ने रूस-यूक्रेन युद्ध की याद करते हुए कहा कि पिछले 10 दिनों में यह तेज हुआ है. वहीं, चीन रूस को उकसा रहा है.
विश्व की अर्थव्यवस्था धीमी हो जायेगी
उन्होंने कहा कि इससे तीन बातें स्पष्ट हैं. विश्व अर्थव्यवस्था धीमी हो जायेगी, प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं मंदी की चपेट में आ जायेंगी और 2023-24 में सुरक्षा की स्थिति और खराब हो जायेगी. चिदंबरम के अनुसार इन तीन लगभग निश्चित घटनाओं को देखते हुए सीईए को सरकार को सलाह देनी चाहिए कि वह इन घटनाओं के प्रभाव को कैसे कम करती हैं, जो कि सर्वेक्षण में शामिल नहीं है.