Manoj Choubey
Pakur : देश के साथ-साथ पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा प्रखंड के बांडू पंचायत का बड़ा मार्गो गांव भी आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाएगा. हर घर पर तिरंगा भी फहराया जाएगा. लेकिन आज़ादी के इस महाजश्न पर भी गांव के लोग झरने का ही गंदा पानी पीयेंगे. एक साल से बड़ा मार्गो गांव की यही नियति बन गई है.
एक साल पहले जला मोटर
गांव मे विभाग ने पानी की समस्या को देखते हुए सोलर युक्त टंकी का निर्माण करवाया था. लगभग एक साल पहले टंकी का सोलर मोटर जल गया. विभाग ने उसे अब तक मरम्मत करवाने की जहमत नहीं उठाई. आलम यह है कि देश आज़ादी का अमृत महोतस्व मना रहा है और गांव के 95 परिवार झरने का गंदा पानी पीने को मजबूर बना दिये गये. लोग ख़ासकर महिलाएं और बच्चे बीमार भी पड़ रहे हैं.
विभाग नहीं कर रहा सुनवाई
ग्रामीणों की माने तो विभाग और प्रशासन के आला अधिकारियों को कई बार लिखित तौर पर इसकी जानकारी दी गई. हर बार गांव की अरजी को फ़ाइलों में नज़रबंद कर दिया गया. विभाग और अधिकारियों की इसी बेरूखी के कारण झरने का गंदा पानी पीना बड़ा मार्गो गांव की मजबूरी बन गई है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके जनप्रतिनिधि भी कोई सुनवाई नहीं करते. लिहाज़ा लाखों रूपये की लागत से बना जलमीनार शोभा की वस्तु बन कर ग्रामीणों की लाचारी पर उनको मुंह चिढ़ा रहा है.
Edited by : Krishnakant Sah
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