छावरिया इंजीनियरिंग में 20 वर्षों से कार्यरत था मोहन दास
बावर्ची के कमरे में मिले खून से सने कपड़े, बेड पर भी था खून
Pakur : पाकुड़ के सिंधी पाड़ा के बड़े पत्थर व्यवसायी नरेश मध्यान छावरिया की कंपनी छावरिया इंजीनियरिंग के कर्मचारी मोहन दास लालवानी की गुरुवार की रात उसके कमरे में हत्या कर दी गई. वह पिछले 20 वर्षों से कंपनी में कार्यरत था. वह उत्तर प्रदेश के कानपुर का रहने वाला था. हत्या के आरोप में पुलिस ने कंपनी के बावर्ची मोती मंडल को गिरफ्तार किया है. उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. कागजी प्रक्रिया पूरी कर बावर्ची मोती मंडल को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया.
बताया गया कि मोहन दास ललवानी रात में कंपनी के मेस में खाना खाने के बाद कंपनी परिसर स्थित अपने कमरे में सोने चला गया. शुक्रवार की सुबह करीब 6 बजे कंपनी का बावर्ची मोती मंडल ने रूम खोला, तो मोहन दास लालवानी फर्श पर गिरा पड़ा था और उनके सिर से खून बह रहा था. बावर्ची ने इसकी जानकारी कंपनी के मालिक नरेश मध्यान छावरिया को फोन पर दी. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पाक़ड़ एसडीपीओ अजीत कुमार विमल ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की. फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की. मृत कर्मचारी के कमरे व पार्क की तलाशी ली गई. पार्क में खून से सना प्लास्टिक का थैला मिला. एसडीपीओ व फॉरेंसिक टीम ने कंपनी के स्टाफ रूम की भी जांच की. आखिर में बावर्ची मोती मंडल के कमरे की तलाशी ली गई, जहां बावर्ची के कपड़े खून से सने हुए मिले. उसके बिस्तर पर भी खून के धब्बे मिले. एसडीपीओ के निर्देश पर पुलिस बावर्ची को गिरफ्तार कर थाने ले गई. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. इसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी कर उसे जेल भेज दिया गया.
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