Palamu: जिले के सतबरवा प्रखंड में जिला परिषद द्वारा दुकान आवंटन को लेकर विस्थापित दुकानदारों में काफी नाराजगी है. दुकानदारों की मानें तो इसमें पैसे का खेल हुआ है. मूल विस्थापित दुकानदारों की जगह बाहर के लोगों को दुकान आवंटित किया गया है. इसमें पूर्व डीडीसी और जिला परिषद सदस्य संजय सिंह और प्रमोद सिंह के बिचौलियों द्वारा लॉटरी के नाम पर 25 से 30 लाख की उगाही की गई है.
बाहरी लोगों को आवंटित किया दुकान
मूल विस्थापित दुकानदारों का कहना है एक दुकान को डेढ़ से 2 लाख तक में बेचा गया है. पैसा लेकर बाहरी लोगों को दुकान आवंटित किया गया हैं. हमलोग 20 साल पहले से वहां विस्थापित थे. जब जिला परिषद दुकान का निर्माण हो रहा था उस समय डीडीसी द्वारा कहा गया था कि जो दुकानदार यहां पर पूर्व से विस्थापित हैं उसे नए दुकान में शिफ्ट किया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
दुकानदारों का कहना है कि अगर दुकान नहीं मिला तो हमलोग रोड पर आ जाएंगे. हमारी आजीविका इसी पर निर्भर है. हमलोगों की स्थिति दयनीय है. आखिर हम कहां जायेंगे. विस्थापित दुकानदारों ने इसकी शिकायत जेएमएम के जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिन्हा से की. जिला अध्यक्ष ने कहा कि सतबरवा से आए लोगों की बात सुनने पर यह जाहिर होता है कि दुकान आवंटित करने में घोर अनियमितता बरती गई है.
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निष्पक्ष जांच के लिए इसकी शिकायत राज्य की मुख्यमंत्री से करेंगे. कहा कि झारखंड के हेमंत सरकार गरीबों का सरकार है. गरीबों के साथ अन्याय कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. पलामू उपायुक्त जल्द संज्ञान लेकर अविलंब करवाई करे.
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