Sanjeet Yadav
Palamu : झारखंड सरकार बच्चों को सरकारी स्कूलों में पौष्टिक आहार देने का काम कर रही है. लेकिन पलामू जिले के कई सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है. और तो और स्कूल प्रबंधक के द्वारा 400 फर्जी बच्चे के होने दावा कर हर महीने सरकारी पैसे की अवैध निकासी भी की जा रही है. मामला पलामू जिले के अति नक्सल प्रभावित इलाके नौडीहा बाजार के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय शाहपुर का है, जहां स्कूलों में फर्जी बच्चों के सहारे सरकारी पैसे की भी निकासी की जा रही है. और तो और छात्रों को मेन्यू के अनुसार भोजन उपलब्ध कराना तो दूर दाल भी पानी की तरह ही दिया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें :धनबाद: गर्मी, बरसात व ठंड साथ-साथ, जनजीवन अस्त-व्यस्त
मेन्यू के अनुसार मिडे डे मील नहीं
आरोप है कि स्कूल प्रबंधन की सांठगांठ से खुले आम नियमों का उल्लंघन किया जाता है. बता दें कि स्कूल में बच्चों को मध्याह्न भोजन दिया जाता है, जिसमें बच्चों को हर दिन मेन्यू के अनुसार भोजन देने की व्यवस्था स्कूल के अध्यक्ष के द्वारा की जाती है. लेकिन यहां स्कूलों में बच्चों को दाल भात भी सही नहीं दिया जा रहा है. इस स्कूल में बच्चों की संख्या 400 के करीब है, जबकि 100 बच्चे करीब प्रतिदिन स्कूल आते हैं. इससे कहीं ना कहीं साफ झलकता है कि मध्याह्न भोजन के नाम पर कितनी बड़ी लूट हो रही है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई- जिला शिक्षा अधीक्षक
स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा ने बताया कि मेन्यू के अनुसार कभी भी भोजन नहीं मिलता. मिलता भी है तो दाल पानी की तरह मिलता है छात्रों ने बताया कि अंडा सब्जी कभी भी स्कूल में नहीं मिलता है. हम लोग को प्रतिदिन केवल पानी की तरह दाल भात और चौका मिलता है. इस संबंध में पलामू जिला शिक्षा अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया है कि इस मामले की जानकारी अभी मिली है जांच कर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और स्कूल प्रबंधक और अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर : जलापूर्ति योजना में सरकारी एजेंसी जुड़को ही खलनायक बना हुआ है – ओमप्रकाश