Palamau : फर्जी कहानी रच कर अपहरण के बाद हत्या का झूठा मामला बनाने वाले राममिलन चौधरी कई वर्षों बाद पुलिस की गिरफ्त में आया. पूरा मामला पलामू जिले के सतबरवा की है. ये गिरफ्तारी छतरपुर पुलिस के सहयोग से सतबरवा पुलिस ने की है. पुलिस के अनुसार राममिलन के घर वालों ने ससुराल वालों पर अपने बेटे का अपहरण कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए 2016 में थाना में एफआईआर दर्ज करवाया था. एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए ससुराल वाले लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. अपहरण के आरोप में ससुराल पक्ष का एक व्यक्ति अभी भी जेल में बंद है.
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राममिलन चौधरी को भेजा गया जेल
बता दें कि 2016 में राममिलन चौधरी पर अपनी पत्नी सरिता देवी के साथ मारपीट करने और दहेज के लिए प्रताड़ित करने का थाना में आरोप लगा था, जिसके बाद राममिलन चौधरी गायब हो गया. इस मामले में पुलिस ने उस दौरान अपहरण के आरोप में राममिलन चौधरी की सास कलावती देवी, ससुर राधा चौधरी, लड़की की बहन चाचा और दो ग्रामीण कुदरत अंसारी और लल्लन मिस्त्री को गिरफ्तार किया था. कुदरत अंसारी अभी भी जेल में बंद है. कुछ दिनों पहले ससुराल वालों को सूचना मिली कि राममिलन चौधरी जिंदा है और अपने घर आता जाता है. ससुराल वालों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी. जिसके बाद पुलिस राममिलन चौधरी को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी. इसी क्रम में पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र से राममिलन चौधरी को पकड़ा गया. सतबरवा थाना प्रभारी ऋषिकेश कुमार राय ने बताया कि फर्जी कहानी रचने वाले राममिलन चौधरी को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजा दिया गया है.
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