रोटरी और पलामू जिला स्कूल से हुई थी पढ़ाई, शोक की लहर
Medininagar: शहर के रेड़मा निवासी और झारखंड के प्रसिद्ध वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर मृत्युंजय शर्मा का बुधवार की सुबह रांची में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. दीमकों के सबसे बड़े घर की खोज करने के कारण उन्हें साल 2016 में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल किया गया था. उन्होंने हजारीबाग के आसपास एक हजार से ज्यादा इंसेक्ट की सूची तैयार की थी. जैव विविधिता पर लिखी उनकी पुस्तक ‘स्पाइडर ऑफ झारखंड’ का विमोचन तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खेलगांव में किया था. मृत्युंजय शर्मा की प्रारंभिक पढ़ाई मेदिनीनगर के रोटरी स्कूल से हुई थी और उन्होंने मैंट्रिक की परीक्षा पलामू जिला स्कूल से 1983 में की थी. उनकी आगे की पढ़ाई हजारीबाग और दिल्ली में हुई. पढ़ाई पूरी करने के बाद वह हजारीबाग में वन विभाग में नौकरी करने लगे. यहीं उन्होंने हजारीबाग से सौंदर्य को अपने कैमरे में कैद करना शुरू किया. उनकी खींची हुई तस्वीरें जिला समाहरणालय समेत अनेक सरकारी इमारतों में लगी हैं. साल 2024 में उनकी तितलियों की तस्वीर के आधार पर हजारीबाग वन विभाग का कैलेंडर तैयार किया गया था.
लोगों ने जताया शोक
उनकी पत्नी कुसुमलता शर्मा अधिवक्ता हैं. पुत्री सौभाग्यम शर्मा कोरिया में भौतिकी में शोध कर रही है जबकि पुत्र दीप दिव्यम शर्मा क्लैट में चयनित होने के बाद भोपाल में वकालत की पढ़ाई कर रहा है. मृत्युंजय शर्मा के निधन पर आईपीआरडी के उपनिदेशक आनंद कुमार, खादी विकास एवं ग्रामोद्योग आयोग के पूर्वी भारत के चेयरमैन मनोज कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार प्रभात मिश्रा सुमन, अवधेश शुक्ल, झारखंड विधानसभा के उप सचिव अनूप कुमार लाल, लोहरदगा के जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अजय कुमार पांडेय, वरिष्ठ अधिवक्ता शलभ कुमार, शैलेंद्र अग्रवाल, अमिताभ कुमार सिंह, भाजपा नेता ब्रजेश कुमार सहित उनके मित्रों प्रभात किरण, तृप्ति, नीरज कुमार सिन्हा, नवल पांडेय, सतीश कुमार, मनोज कुमा ओझा, धर्मेंद्र कुमार, गगन कुमार, अरुण सिंह, अशोक कुमार, ओमप्रकाश गुप्ता, अजय कुमार गुप्ता, राममिलन शुक्ला, आनंद द्विवेदी, रवींद्र सिंह, संजीव कुमार, मनोज गिरि, देवाशीष सेन गुप्ता आदि ने शोक जताया है.
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