Palamu : मेदिनीनगर के सदर प्रखंड अंतर्गत झाबर पंचायत के झाबर ग्राम में पत्थर खदान को लेकर ग्रामीण एवं खदान मालिक हुए आमने-सामने. ग्रामीणों ने बताया कि खदान मालिक हरिनंदन सिंह ने 2015 में बिना ग्रामसभा करायें झाबर में पत्थर खदान का लीज करवा लिया.
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खदान से रिहायशी इलाके की दूरी काफी कम है
इस मामले को लेकर झाबर गांव के अल्पसंख्यक समुदाय के ग्रामीण ने कई जगह गुहार लगायी कि इस स्थान पर खदान ना खोला जाये. क्योंकि खदान से सटे हुए एक निर्माणाधीन मदरसा है. थोड़ी दूर पर आंगनबाड़ी केंद्र एवं खदान से सटा हुआ एक पोखर है, जिससे गांव के ग्रामीण अपने खेतों की सिंचाई करते हैं. ग्रामीणों के अनुसार खदान क्षेत्र से रिहायशी इलाके की दूरी लगभग ढाई सौ मीटर के आसपास है.
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खदान से जानमाल की क्षति होने की संभावना है
इन सभी चीजों को देखते हुए ग्रामीणों का कहना है कि खदान खोलने से निश्चित रूप से हैवी ब्लास्टिंग होगी, जिससे जानमाल की क्षति कभी भी हो सकती है. साथ ही खदान खुलने से पोखर का पानी सूख जायेगा. जिससे हमारे खेतों को पटवन के लिए पानी नहीं मिलेगा. और पलामू जिले में खेती पटवन पर ही निर्भर रहती है. पानी के अभाव में फसल खराब हो जायेगा.
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ग्रामीणों ने हाइकोर्ट में न्याय की गुहार लगायी है
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने रांची हाइकोर्ट में न्याय की गुहार लगायी है. मामला अभी हाईकोर्ट में है. इधर लगभग 10 दिन पहले खदान मालिक हरिनंदन सिंह द्वारा पत्थर खदान में काम शुरू कर दिया गया है. जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने ग्रामीणों की समस्या पर ध्यान न देकर खदान मालिक का साथ दिया. इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने पुनः हाइकोर्ट में एक आवेदन दिया है और 26 दिसंबर को ग्रामीणों ने मिलकर खदान में काम रुकवा दिया है. उत्खनन कार्य में लगी हुई पोकलेन मशीन को खदान से बाहर निकलवा दिया.
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प्रशासन को जल्द ही फैसला लेना चाहिये
ग्रामीणों ने कहा है कि जब तक हाइकोर्ट या प्रशासन द्वारा खदान चलाने से संबंधित कागजातों की जांच करके स्पष्ट नहीं किया जायेगा. तब तक काम नहीं करने देंगे. जिसके पक्ष में कोर्ट का फैसला आयेगा. वहीं लागू वही होगा .तब तक यथास्थिति बनी रहेगी. ग्रामीण द्वारा ना मदरसा बनाया जायेगा और न ही खदान मालिक द्वारा खदान में काम चालू करने दिया जायेगा. अगर प्रशासन समय रहते इस मुद्दे को गंभीरता पूर्वक लेकर कोई फैसला नहीं करती है तो आने वाले समय में कभी भी कोई बड़ी वारदात हो सकती है ऐसा क्षेत्र के लोगों की आशंका है.
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