Ranchi: राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 2017 में पंचायत सचिव अभ्यर्थियों की परीक्षा ली गई थी. 2019 तक वेरिफिकेशन का कार्य संपन्न हो गया था. इसके बाद महज नियुक्ति पत्र जारी करने की बारी थी, लेकिन 2022 आ चुका है और 2022 में भी पंचायत सचिव अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. वहीं लगभग 1 घंटे से पंचायत सचिव अभ्यर्थी कांग्रेस भवन में पहुंचे घेराव किया. हालांकि खबर लिखे जाने तक इनकी सुधि लेने वाला कोई नहीं था. पंचायत सचिव अभ्यर्थी गुलाम हुसैन ने बताया कि हमें लगातार धोखा मिल रहा है. 19 जनवरी 2022 को जारी संकल्प संख्या 229 में सरकार ने यह बताया कि नियोजन नीति बने बगैर जो भी नौकरियों के संबंध में परीक्षाएं ली गई थीं वह सारी रद्द कर दी गई हैं.
तस्वीरें- कांग्रेस भवन में धरना देतीं पंचायत सचिव अभ्यर्थी. इनकी बातों को सुनने वाला वहां कोई नहीं था.
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हालांकि इस विज्ञापन में सरकार द्वारा यह स्पष्ट नहीं किया गया कि पंचायत सचिव अभ्यर्थियों की नौकरी रद्द कर दी गई है या फिर इसपर सरकार मंथन करेगी. गुलाम हसन ने बताया कि सरकार का स्टैंड क्लियर नहीं है और लगातार राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है. विद्यार्थी जो नौकरी की तलाश में हैं वह आंदोलनरत हैं.
अनिश्चितकालीन आंदोलन का आज पांचवा दिन
पंचायत सचिव अभ्यर्थियों ने कहा कि गुरुवार को आंदोलन का पांचवा दिन है और यह आंदोलन अनिश्चितकालीन तक चलता रहेगा. सरकार ने पिछली बार हमें गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी, पर इस बार हम सरकार के झांसे में नहीं आएंगे और हमारा आंदोलन बिहार की तर्ज पर होगा. 3000 अभ्यर्थी सड़क पर सरकार के विरोध में आंदोलन करेंगे. यह आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से किया जाएगा.