LagatarDesk : देश में पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. कई प्रमुख शहरों में पेट्रोल 108 रुपये तक पहुंच गया है. डीजल ने भी 100 का आंकड़ा पार कर लिया है. आम आदमी बढ़ती महंगाई से परेशान है. पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी ने आज बैठक बुलाई है. पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस स्थायी समिति की बैठक 11 से शुरू हो गयी है. यहां पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर मंथन होगा.
रमेश बिधूड़ी की अध्यक्षता में होगी बैठक
यह बैठक रमेश बिधूड़ी की अध्यक्षता में होगी. इसमें पेट्रोलियम मंत्रालय के अधिकारियों के साथ देश की सरकारी तेल कंपनियों IOC, BPCL, HPCL के अधिकारियों भी शामिल होंगे. बैठक में तेल की बढ़ती कीमतों को कम करने को लेकर चर्चा होगी. सरकार विचार करेगी कि पेट्रोल-डीजल के दाम कैसे घटेगा. ताकि आम-जनता को थोड़ी राहत मिल सके. कमेटी की बैठक में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, नैचुरल गैस के दाम, मार्केटिंग और सप्लाई को लेकर जानकारी मांगी जायेगी.
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कई राज्यों में पेट्रोल ने 100 का आंकड़ा किया पार
देश के कई राज्यों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया है. राजस्थान के श्रीगंगानगर में पेट्रोल 108 रुपये बिक रहा है. वहीं डीजल ने भी 100 का आंकड़ा पार कर लिया है. पिछले डेढ़ महीने में तेल कंपनियां 25 बार पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ा चुकी हैं. इस दौरान पेट्रोल 6.26 रुपए और डीजल 6.68 रुपए तक महंगा हो चुका है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का कहना है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स के जरिए सरकारी खर्च जुटा रही है. प्रधान ने पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने को कल्याणकारी योजनाओं पर खर्च के लिए पैसे बचाने से जोड़ा है.
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केंद्र और राज्य सरकार वसूलती हैं ज्यादा टैक्स
पेट्रोल के दामों में 60 पीसदी हिस्सा सेंट्रल एक्साइज और राज्यों के टैक्स का होता है. जबकि डीजल में यह 54 फीसदी होता है. पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी 32.90 रुपये प्रति लीटर है, जबकि डीजल पर 31.80 रुपये प्रति लीटर है. पेट्रोल डीजल की कीमतों में हर दिन बदलता है. ये कीमतें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रूड की कीमतों और फॉरेन एक्सचेंज रेट के आधार पर तय होती हैं.
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