Delhi : कोरोना काल की वजह से रद्द हुई 12 वीं परीक्षा के परिणामों को लेकर सीबीएसई ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है कि 10वीं, 11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड के रिजल्ट के आधार पर मार्कशीट तैयार किय़ा जायेगा. मार्कशीट तैयार करने को लेकर बनी 13 सदस्यीय समिति ने कोर्ट को ये जानकारी दी है. सीबीएसई ने कहा कि जो बच्चे परीक्षा देना चाहते हैं, उनके लिए बाद में अलग व्यवस्था की जाएगी.
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मूल्यांकन मानदंड का फॉर्मूला 30, 30, 40 रहेगा
सीबीएसई 12 वीं का मूल्यांकन मानदंड का फॉर्मूला 30, 30, 40 है. जिसमें 10वीं से 30 फीसदी, 11वीं से 30 फीसदी और 12वीं प्री बोर्ड से 40 फीसदी मार्क्स लिया जाएगा . बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र, सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए परिणाम घोषित करने के मानदंड के बारे में सूचित करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया था.
कक्षा 10 वी से अंक लेने के लिए सीबीएसई ने 5 मुख्य विषयों को लिया गया है और तीन में से सर्वश्रेष्ठ और उसका औसत निकाला जाएगा और एकल संख्या निकाली जाएगी. 11वीं के पांचों विषय का एवरेज लिया जाएगा. और 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम और प्रेक्टिकल का नंबर लिया जाएगा.
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वरिष्ठतम शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक मॉडरेशन कमेटी के रूप में काम करेगी
सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई ने बताया कि स्कूलों की नीति प्रीबोर्ड में ज्यादा अंक देने की है, ऐसे में सीबीएसई के हजारों स्कूलों में से प्रत्येक के लिए परिणाम समिति गठित होगी. स्कूल के दो वरिष्ठतम शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक “मॉडरेशन कमेटी” के रूप में कार्य करेंगे. जो यह सुनिश्चित करेंगे कि स्कूल ने अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया है. यह कमेटी छात्रों के पिछले तीन वर्षों के प्रदर्शन को देखेगी.
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