Patna: बिहार की सत्ताधारी पार्टी जदयू में बदलाव किये गये. गुरुवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने जदयू के सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के कामकाज की समीक्षा की.
संगठन के विस्तार पर चर्चा
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बैठक में पार्टी की मजबूती और विस्तार पर चर्चा की गई. प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों का फीडबैक लिया गया और उनके कार्यों की समीक्षा की गयी. कहा कि पार्टी न राष्ट्रीय अध्यक्ष और न प्रदेश अध्यक्ष चलाता है. यह सभी के सहयोग से चलता है. गांव से लेकर प्रदेश तक के साथी एकजुट रहते हैं, तभी पार्टी मजबूत होती है और जनता की उम्मीदों पर खरा उतरती है. बैठक में नई रणनीति के तहत कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की अध्यक्षता में हुई बैठक में तमाम प्रकोष्ठों के अध्यक्षों द्वारा की गयी लोकसभा व विधानसभा प्रभारियों की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया. पार्टी की प्रदेश इकाई ने भी लोकसभा प्रभारियों की नियुक्ति को तत्काल रद्द करने की घोषणा की.
इसे भी पढ़ें- आदित्यपुर: जमालपुर के मोहल्लों में बांस के पोल और झूलते तारों से मिलेगी मुक्ति
जदयू यूपी चुनाव को लेकर पुराने स्टैंड पर कायम
सभी प्रकोष्ठ अध्यक्षों को अनुशासन का पालन करने का निर्देश दिया गया. कहा कि जदयू यूपी चुनाव को लेकर अपने पुराने स्टैंड पर कायम है. एनडीए से तालमेल नहीं हुआ तो अपने बूते लड़ेंगे. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि नए निर्देश के तहत 32 प्रकोष्ठों के लोस व विस प्रभारियों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है. कहा कि कलमजीवी प्रकोष्ठ, महिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, ट्रेडर्स सेल और समाज सुधार वाहिनी जैसे कुछ और प्रकोष्ठ प्रदेश इकाई द्वारा चिन्हित कर बंद किये जा सकते हैं. जो फेरबदल किया गया है उसमें अनिल कुमार सिंह को किशनगंज जिले का प्रभारी बनाया गया है. चंदन सिंह को अररिया जिले की जिम्मेदारी दी गई है. ये दोनों आरसीपी सिंह के करीबी माने जाते हैं.
इसे भी पढ़ें- कार्टूनिस्ट मोनी का चुटीला अंदाज : देखिये, झारखंड और देश के ताजा हालात