Ranchi : महज 3 दिन के अंदर एक बार फिर से खून का दलाल प्रशासन के हत्थे चढ़ा है. गुरुवार को रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में भर्ती एक मरीज को खून दिलाने के लिए सौदा तय हुआ. परिजन प्रमिला देवी से दलाल कयूमुद्दीन अंसारी ने खून के लिए चार हजार में सौदा तय किया. लेकिन खून मिला नहीं और मामले का पर्दाफाश हो गया. हालांकि उस पर कार्रवाई होती है या नहीं यह देखने वाली बात होगी. क्योंकि ऐसे मामले में न तो रिम्स प्रबंधन सामने आता है और ना ही परिजन एफआईआर दर्ज कराते हैं. अस्पताल से थाना जाने के बाद पूछताछ और फिर बॉन्ड भरा कर खून के दलालों को छोड़ दिया जाता है.
बरियातू थाना के हवाले खून दलाल
आरोपी कयूमुद्दीन सिकिदिरी के कूटे का रहने वाला है. उसके पिता का नाम शेर मोहम्मद है. वर्तमान में रिंग रोड नेवरी में बीआईटी मेसरा के पास रहकर रिम्स में खून की दलाली करता है. खून दिलाने के नाम पर पैसे की ठगी करता है और फिर वहां से रफूचक्कर हो जाता है. हालांकि उसे रिम्स में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने पकड़कर बरियातू थाने के हवाले कर दिया है. उसके साथ कुछ और भी लोग थे, जो मौके से फरार हो गए.
सोमवार को भी खून दिलाने के नाम पर 4200 रुपये की हुई थी ठगी
बीते सोमवार को रिम्स के सर्जरी विभाग में भर्ती मरीज हेमलाल पंडित की पत्नी पलोनी देवी से खून दिलाने के नाम पर 4200 की ठगी हुई थी. दलाल असीम अंसारी को पकड़कर बरियातू थाने के हवाले किया गया था. हालांकि लिखित शिकायत नहीं मिलने के बाद उसे थाने से छोड़ दिया गया था.

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