Chakradharpur : चक्रधरपुर आरपीएफ की टीम ने स्थानीय पत्रकार और आमजन के सहयोग से बिहार के आरा जिले के एक विक्षिप्त को उसके परिवार से मिलाने का कार्य किया है. मामला बीते 11 सितम्बर का है. चक्रधरपुर आरपीएफ थाना प्रभारी बीके सिन्हा को स्थानीय पत्रकार ने फोन कर जानकारी दी कि रंजीत साह नामक एक विक्षिप्त रांची रिनपस हॉस्पिटल से ईलाज के दौरान फरार हो गया है और लापता है. लापता विक्षिप्त रंजीत साह को चक्रधरपुर स्टेशन में देखा गया है. इस सूचना के बाद आरपीएफ थाना प्रभारी ने चक्रधरपुर स्टेशन पर ड्यूटी में तैनात आरपीएफ एसआई इन्द्रजीत कुमार, हेड कान्स्टेबल आरसी महतो और एस सोरेन को इस मामले की छानबीन के लिए स्टेशन परिसर की गहनता से जांच का आदेश दिया. इसी दौरान आरपीएफ टीम ने एक युवक को चक्रधरपुर स्टेशन के मुख्य द्वार पर बैठे देखा. उस युवक को भरोसे में लेते हुए आरपीएफ की टीम चक्रधरपुर आरपीएफ पोस्ट ले गई.
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वहां प्यार से पूछताछ में उस युवक ने अपना नाम रंजीत साह (30 वर्ष), पिता विदेशी साह, गांव रतनार, थाना गरहानी, आरा जिला बिहार का रहने वाला बताया. पूछताछ में उसने अपने घरवालों का फोन नम्बर भी बताया. इसके बाद आरपीएफ की टीम ने फोन से उसके परिजनों से बात की. उसकी मां उर्मिला देवी ने फोन उठाया. आरपीएफ ने उन्हें सूचना दी कि उनका बेटा मिल गया है और वह उनके पास सुरक्षित है. सोमवार को मां उर्मिला देवी और उसके भाई बिहार आरा से चक्रधरपुर आरपीएफ पोस्ट पहुंचे. यहां जरुरी कागजी औपचारिकता पूरी करने के बाद रंजीत साह को उसकी मां और भाई को सौंप दिया गया. रंजीत को सुरक्षित दोबारा पाने की से परिवार के लोग काफी खुश थे. रंजीत के परिजनों ने इस कार्य के लिए चक्रधरपुर आरपीएफ टीम का धन्यवाद किया है. एक विक्षिप्त युवक को परिजनों से मिलाने में चक्रधरपुर के युवा प्रशांत मिश्रा का भी अहम योगदान रहा. उसी ने ही सबसे पहले चक्रधरपुर के पत्रकार को यह सूचना दी थी.